बदली जाएगी मदरसों के सर्वे के विरोध होने वाले सम्मेलन की तिथि, एक सप्ताह पहले बुलाया जा सकता इजलास, 12 सितंबर से दारूल उलूम में शुरु होगी तीन दिवसीय शूरा की बैठक।

बदली जाएगी मदरसों के सर्वे के विरोध होने वाले सम्मेलन की तिथि, एक सप्ताह पहले बुलाया जा सकता इजलास, 12 सितंबर से दारूल उलूम में शुरु होगी तीन दिवसीय शूरा की बैठक।
देवबंद: योगी सरकार द्वारा गैर सरकारी मदरसों के सर्वे कराने के फैसले के खिलाफ 24 सितंबर को देवबंद में होने वाले यूपी के मदरसों के इजलास (सम्मेलन) की तिथि अब बदली जा सकती है। दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने इसके स्पष्ट संकेत दिए हैं। हालांकि इस पर अंतिम मुहर शनिवार को होने वाली शिक्षा समिति की बैठक में लगेगी।
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने के यूपी सरकार के फैसले का इस्लामी तालीम प्रमुख केंद्र दारुल उलूम सहित प्रदेश के समस्त मदरसे विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर एक तरफ जहां जमीयत ने दिल्ली में मदरसा संचालकों की बैठक कर 12 सदस्यीय संचालन कमेटी का गठन किया है। वहीं, दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बयान जारी कर कहा था कि सर्वे के विरोध में 24 सितंबर को देवबंद में यूपी के मदरसों का इजलास बुलाया गया है। जिसमें विचार विमर्श के बाद लाइन ऑफ एक्शन तैयार किया जाएगा। इस इजलास में प्रदेश के करीब 250 से अधिक मदरसा संचालकों को शामिल होना है। 
मगर बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह ने पत्र जारी कर प्रदेश के सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को प्रदेश के सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे का कार्य निर्धारित समय सारिणी के अनुसार कराए जाने तथा 10 सितंबर को टीमें गठित करने को निर्देशित किया है। जिसके बाद यह संभावना जताई जा रही है थी कि देवबंद में होने वाले इजलास की तिथि को भी बदला जा सकता है। शुक्रवार को दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि इस लाश की तिथि बदलने के संबंध में चर्चा की जा रही है उन्होंने बताया कि शनिवार को इस संबंध में शिक्षा समिति की बैठक का आयोजन होगा। जिसमें इजलास की तिथि को लेकर अंतिम मुहर लगेगी। संभावना जताई जा रही है की एक सप्ताह पहले इस इजलास को बुलाया जा सकता है।
उधर, दारुल उलूम में 12 सितंबर को सुप्रीम पावर मजलिस-ए-शूरा की बैठक का आयोजन होना है। इसमें संस्था का वार्षिक बजट पेश किया जाएगा। लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में मदरसों के सरकारी सर्वे और मदरसों का संरक्षण का मुद्दा भी जोरशोर के साथ में उठ सकता है। उम्मीद है कि शूरा की बैठक के बाद यूपी के मदरसों का इजलास आयोजित होगा।

समीर चौधरी।

Post a Comment

0 Comments

देश