इंसाफ न मिलने और नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर पीड़ित महिला की सीओ कार्यालय के सामने बच्चों सहित आत्मदाह करने की चेतावनी।
देवबंद: कोतवाली क्षेत्र के नियामतपुर गांव की पीड़ित महिला ने तीन दिन के अंदर इंसाफ न मिलने और नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर अपने बच्चों सहित सीओ कार्यालय के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।
गुरुवार को कोतवाली के नियामतपुर गांव निवासी मृतक रामप्रसाद की पत्नी सुलेता ने मीडिया के सामने कहा कि परिवार के लोगों ने उसके पति की हत्या कर दी थी लेकिन अभी तक उन्हें इंसाफ नहीं मिला वह इंसाफ के लिए दर दर की ठोकरें खा रही है।
बता दें की देवबंद की मकबरा चौकी हल्के के गांव नियामतपुर में 11 जून को जमीनी विवाद को लेकर हुई मारपीट में एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया था, जिसकी उपचार के दौरान उत्तराखंड के एम्स हॉस्पिटल में मौत हो गई थी, मृतक के भाई चन्त्रभान पुत्र भरतु ने अपने भाई रामप्रसाद को पीट पीटकर घायल करने की रिपोर्ट थाना देवबन्द पर दर्ज कराई थी जिसमें मृतक के भाई ने अपने सगे भाई रामद्त पुत्र भरतु सहित परिवार के ही मांगेराम, बाबूराम पुत्र चोहल व सन्नी पुत्र मांगेराम को नामजद कराया था। जिस के बाद एक आरोपी रामदत के सरेंडर करनेे पर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि अन्य नामजद आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही, परिजनों ने उच्च अधिकारियों से कई बार आरोपियों की गिरफ्तारी की गुहार लगाई लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई, मृतक की पत्नि सुलेता ने चेतावनी दी है की अगर तीन दिन के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई तो व सीओ ऑफिस के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होगी, जिस की सारी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन की होगी। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि मामले को लेकर संवैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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