स्वामी मंगलगिरी के आमरण अनशन पर तत्काल ध्यान दे शासन प्रशासन: ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह एडवोकेट।
देवबंद: नदियों के जल को प्रदूषित होने से बचाने के लिए और जड़ौदा जट गांव में रेलवे हाल्ट बनाने को लेकर जड़ौदा गांव में शाकंभरी मंदिर के पास 16 अगस्त से आमरण अनशन पर बैठे जूना अखाड़ा के महंत स्वामी मंगलगिरी से हिन्दू जागरण मंच के ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह एडवोकेट ने अनशन स्थल पर पहुंचकर मुलाकात की और उनके स्वास्थ की जानकारी ली एवं उनकी हालत का जायजा लिया।
इस दौरान ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि सरकार को संतों की मांग को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के अनशन और आमरण अनशन पर शासन प्रशासन की ओर से ध्यान ना दिया जाना ठीक नहीं है, इस के काफी गंभीर परिणाम हो सकते है।
उन्होंने कहा कि संतो द्वारा उठाए जाने वाले सामाजिक मुद्दों को गंभीरता से लेना चाहिए कई बार संतो के अनशन और आमरण अनशन पर ध्यान ना देने के कारण बड़ी हानि हो चुकी है। उन्होंने कहा कि स्वामी मंगलगिरी 16 अगस्त से आमरण अनशन पर है लेकिन शासन प्रशासन द्वारा उनकी अनदेखी की जा रही है जो उचित नहीं है। उन्होंने मांग की है कि स्वामी के अनशन की ओर तत्काल तवज्जो दी जाए और उनकी मांगों को पूरा किया जाए।
राघव धीमान ने कहा कि स्वामी मंगलगिरी पिछले लंबे समय से नदियों के पानी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अभियान चला रहे हैं, जड़ौदा जट में रेलवे हाल्ट बनाने की 20 साल पूर्व कड़ी मेहनत से उन्होंने मंजूरी कराई थी तथा हिडन और काली नदी का जल प्रदूषण मुक्त कराने के लिए पिछले 12 वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन अभी तक इन मुद्दों पर गंभीरता नहीं दिखाई गई है। उन्होंने मांग की है कि तत्काल सरकार स्वामी की सभी मांगों को पूरा करे और उनके अनशन को खत्म कराए।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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