धर्म स्थल के समीप मांस फेंकने के मामले को लेकर मिरगपुर में आयोजित पंचायत में पुलिस पर लगाया लीपापोती का आरोप, साजिश रचने वालों की गिरफ्तारी की मांग, भूख हड़ताल पर बैठे विरेंद्र गुर्जर।
देवबंद: मिरगपुर में धर्मस्थल के समीप मांस फेंकने की घटना को लेकर बुधवार को गांव में पंचायत हुई। इसमें पुलिस पर मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया गया। ग्रामीणों ने माहौल खराब करने की साजिश रचने वाले आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की।
तीन दिन पूर्व मिरगपुर गांव में गुरू बाबा फकीरादास मंदिर के समीप मांस मिलने के मामले में बुधवार को हुई पंचायत में अंतर्राष्ट्रीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. विरेंद्र सिंह गुर्जर ने कहा कि दो समुदायों के बीच दंगा भड़काने की साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया था। जबकि पुलिस ने केवल मांस फेंकने वाले को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस को दंगे की साजिश रचने वालों को भी गिरफ्तार कर संगीन धाराओं में मामला दर्ज करना चाहिए। विरेंद्र गुर्जर ने बताया कि उनके कार्यकर्ता वरिष्ठ गुर्जर के मोबाइल पर कॉल कर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है। पुलिस को धमकी देने वालों को गिरफ्तार करना चाहिए। पंचायत में सोमवार की रात परोली गांव के बाहर हुई फायरिंग की घटना में गांव के 17-18 अज्ञात युवकों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को फर्जी बताते हुए इसे खारिज करने की भी मांग की गई। पंचायत में पूर्व प्रधान ऋषिपाल सिंह, सोनू गुर्जर, वरिष्ठ गुर्जर, मामचंद प्रधान, दिनेश त्यागी, नरेश शर्मा, प्रेम सिंह, देवेंद्र चौधरी, संजीव प्रधान, जोध सिंह, मा. पूरण सिंह, चौ. भूपेंद्र सिंह, बालिस्टर, विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।
भूख हड़ताल पर बैठे विरेंद्र गुर्जर
देवबंद: पंचायत में अंतर्राष्ट्रीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. विरेंद्र गुर्जर ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने की घोषणा की। बाद में वह बाबा फकीरादास मंदिर प्रांगण में भूख हड़ताल पर बैठ गए। बोलें कि मांगें पूरी न होने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।
सीओ देवबंद रामकरण सिंह ने कहा कि मांस फेंकने के मामले में एक आरोपित को जेल भेजा जा चुका है। जितना अपराध बनता था, उसी सेक्शन में आरोपी पर मुकदमा दर्ज किया गया। फिर भी पुलिस मामले की गहराई से जांच पड़ताल कर रही है।
समीर चौधरी।
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