पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करने वाली नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा गया ज्ञापन।

पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करने वाली नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा गया ज्ञापन।
सहारनपुर: पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी किए जाने से आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोगों व उलेमा ने सामाजिक संगठन मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल सहारनपुर के पदाधिकारियों के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी सहारनपुर को सौंप कर आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की गई।
बुधवार को डीएम अखिलेश के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में संगठन से जुड़े उलेमा और मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने कहा कि हाल ही में हज़रत मुहम्मद साहब के नाम पर ईशनिंदा की एक घटना हुई थी जहाँ भाजपा प्रवक्ता नापुर शर्मा और नवीन कुमार जुंदाल के अपमानजनक और विवादित बयानों ने दुनिया भर में व्यापक आक्रोश पैदा किया है। ज्ञापन में इन नेताओं के आपत्तिजनक बयान का विरोध करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की गई और कानपुर में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए खड़े किए गए।
सरकार दोनों दोषियों को गिरफ्तार कर देश में कानून बनाए ताकि कोई भी महान धार्मिक व्यक्ति का अपमान न कर सके।देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया पर नजर रखी जाए ताकि कोई इस तरह की कार्रवाई न कर सके। साथ ही ज्ञापन में दोहराया गया कि कानपुर में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा और बर्बरता को रोका जाना जाए और पुलिस को तटस्थ रवैया अपनाना चाहिए इसी तरह शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले निर्दोष लोगों को कैद से रिहा किया जाए।
इस अवसर पर काजी नदीम अख्तर शहर काजी सहारनपुर ने कहा कि पैगंबर मुहम्मद के बारे में नपुर शर्मा और नवीन कुमार जुंदाल के विवादास्पद बयानों ने दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है जिससे कई देशों में आक्रोश फैल गया है। यह इस्लाम और मुसलमानों के प्रति नफरत पर आधारित है जो बहुत दुखद है, यह एक बहुत बड़ा अपराध है, दुनिया में कोई भी मुसलमान इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा कि उसके पैगंबर और धर्म का किसी भी तरह का अपमान किया जाए, यह इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम करने की साजिश है और एक कट्टरता है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
शेर शाह आजम ने कहा कि पवित्र पैगंबर मुहम्मद साहब के नाम पर बदतमीजी करना मानवता के खिलाफ एक बड़ा अपराध है और पवित्र पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नाम पर अपमानजनक शब्द बोलने वालों की जगह केवल जेल में है। इस तरह के कृत्य करने वालों को दंडित करने के लिए सख्त कानून बनाया जाना चाहिए।
ज्ञापन देने वाले में मौलाना डॉ. अब्दुल मालिक मुगीसी जिला अध्यक्ष आल इण्डिया मिल्ली काउंसिल सहारनपुर, मौलाना अतहर हक्कानी, नाजिम दारुत्तदरीबुल इस्लामी, मौलाना फरीद मजाहिरी उपाध्यक्ष जमीअत उलमा सहारनपुर, मौलाना अज़ीज़ुल्लाह नदवी, नाजिम इदारतुस्सि सिद्दीक बेहट, मौलाना शाहिद मजाहिरी, मौलाना शमशीर अल-हस्सानी कासमी, मुफ्ती अता-उर-रहमान कासमी, हाफिज ओवैस तकी, हाजी एम शाहिद जुबैरी, कारी अब्दुल रहीम, कारी शमीम काशिफी, मौलाना फुजैल, मौलाना हारिस, मौलाना अब्दुल्ला, नईम पीरजादा शामिल हैं।

समीर चौधरी।

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