देवबंद: झारखंड के रांची में पिछले शुक्रवार को एक विरोध प्रदर्शन में पुलिस की गोली से मरने वाले मोहम्मद मुदस्सर और मोहम्मद साहिल की मौत को आज सात दिन हो गए हैं, लेकिन रांची पुलिस और झारखंड सरकार द्वारा एसआईटी गठन के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इसी को देखते हुए शुक्रवार को देवबंद अलुमनाई फेडरेशन के अध्यक्ष मौलाना मेहदी हसन ऐनी ने रांची पुलिस और भैरव सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
मेहदी हसन ऐनी के अनुसार सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि मोहम्मद मुदस्सिर और मोहम्मद साहिल पुलिस की गोली से मारे गए और पुलिस ने मोहम्मद मुदस्सिर के सिर पर बग़ैर किसी वार्निंग के सीधे गोली मारी है, एक अन्य वायरल वीडियो में कथित रूप से विहिप नेता भेरो सिंह ने हनुमान मंदिर की छत से प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं, जो मानवाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि सबूत के तौर पर इन दोनों वीडियो के मौजूद होने के बाद भी रांची पुलिस के दोषियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है और ना ही भैरव सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है, इसी लिए हमने एनएचआरसी और एनएमसी में शिकायत दर्ज करायी है, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) में मेरे द्वारा दायर शिकायत डायरी संख्या 9887 / IN / 2022 है, जबकि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में शिकायत संख्या है
M / JH / 00031/2022
है। मौलाना मेहदी हसन ऐनी ने इन दोनों राष्ट्रीय संस्थानों से अनुरोध किया है कि रांची पुलिस के इन दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें।
समीर चौधरी/इकराम अंसारी।
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