शुक्रवार की "भारत बंद" की अपीलों और अफवाहों को उलेमा ने किया खारिज, मौलाना अरशद मदनी ने वायरल पोस्ट का किया खंडन, संयम बरतने की अपील।
देवबंद: शुक्रवार को भारत बंद को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल अफवाहों और अपीलों को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। वहीं कई मुस्लिम संगठनों ने भी इन अपीलों और अफवाहों से खुद को अलग कर लिया है।
जमीयत उलमा हिंद के प्रमुख मौलाना सैयद अरशद सहित देश के कई बड़े मुस्लिम संगठनों ने साफ किया है कि शुक्रवार के भारत बंद से उनका या उनके संगठन का कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने सभी से संयम बरतने की अपील करते हुए देश की अमन एकता और भाईचारे को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
गौरतलब है कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी किए जाने की घटना के बाद से मुस्लिम समाज में रोष पाया जा रहा है। इसी को लेकर पिछले शुक्रवार को कानपुर में विरोध प्रदर्शन के दौरान अचानक हिंसा हो गई थी जिसको लेकर अब शुक्रवार (जुमा) से पहले प्रदेशभर का प्रशासन सतर्क हो गया है और आला अधिकारियों ने पुलिस प्रशासन को एहतियाती कदम उठाने, फ्लैग मार्च और सतर्कता बरतने का आदेश देते हुए असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।
वहीं मौलाना अरशद मदनी के नाम से सोशल मीडिया पर 10 जून जुमे के दिन भारत बंद के लिए अपील के लिए वायरल पोस्ट का जमीअत उलमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने खंडन किया है।
मौलाना मदनी के प्रेस सचिव मौलाना फजलुर्रहमान ने इस का खंडन करते हुए कहा है कि इस पोस्ट से जमीयत उलेमा हिंद या मौलाना सैयद अरशद मदनी का कोई लेना देना नहीं है ये फर्जी और मनगढ़ंत मैसेज है, जिस पर लोगों को ध्यान नहीं देना चाहिए।
समीर चौधरी।
0 Comments