अमन-शांति स्थापित करना हर नागरिक की जिम्मेदारी, अशांति फैलाने वालों पर नहीं बरती जाएगी नरमी, निर्दोषों की गिरफ्तारी पर लगाई जाए रोक। शांति संवाद बैठक में बोले अधिकारी और नगर के गणमान्य लोग।
देवबंद: भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में की गई गुस्ताखी को लेकर पिछले शुक्रवार को धरना प्रदर्शन के दौरान देवबंद में हुए हंगामे और अफरा-तफरी के माहौल को शांत करने और आगामी शुक्रवार सहित नगर व क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए जमीयत उलमा ए हिंद सहारनपुर यूनिट और स्थानीय प्रशासन द्वारा एक शांति संवाद बैठक आयोजित की गई, जिसमें मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों, मदरसों के जिम्मेदारों और नगर के गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया।
बुधवार को ईदगाह रोड स्थित महमूद हाल में आयोजित बैठक में सभी ने कहा कि शांति व सद्भाव का माहौल बनाने के लिए एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए और संवैधानिक ढंग से ही अपनी आवाज सरकार तक पहुंचानी चाहिए।
इस अवसर पर एसपी देहात सूरज राय ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि देश में अमन एकता और शांति बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पिछले शुक्रवार को देवबंद और सहारनपुर में जो हुआ वह ठीक नहीं था। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से और संवैधानिक रूप से अपनी बात रखने का सभी को अधिकार है, संवैधानिक रूप से धरना प्रदर्शन करने से किसी को कोई एतराज नहीं है लेकिन उपद्रव और हंगामा व अशांति फैलाने की किसी को अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से किसी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं की जाएगी लेकिन अशांति फैलाने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
एसडीएम दीपक कुमार ने कहा कि प्रशासन के साथ-साथ नगर के हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि पिछले शुक्रवार को जो हुआ है आगे ऐसा ना हो इसलिए सभी को अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देवबंद एक हिंदू मुस्लिम एकता और अमन व भाईचारे का संदेश देने वाला नगर है, इसलिए यहां की रिवायत को हमेशा जिंदा रखना चाहिए।
दारुल उलूम देवबंद के उस्ताद मौलाना मुनीरूउद्दीन कासमी ने कहा कि मदरसे वाले अपने बच्चों को इस तरह के धरने प्रदर्शनों से दूर रखें। उन्होंने कहा कि संवैधानिक रूप से जो भी तरीका है उस तरीके पर अपनी आपत्ति और विरोध दर्ज कराया जा सकता है। लेकिन छात्रों को उस में भी शामिल नहीं हो ना चाहिए।
जामिया तुल शैख देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुजम्मिल कासमी ने पिछले शुक्रवार को हुई युवाओं की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जहां युवाओं ने कुछ गलतियां की है वहीं प्रशासन से भी चूक हुई है लेकिन आगे ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने निर्दोषों की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की भी मांग की।
जमीअत उलमा ए हिंद के प्रदेश सचिव जहीन अहमद ने प्रशासन और जनता से अपील की शांति बनाए रखने में हमें एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा इस बैठक का मकसद आपसी संवाद स्थापित करना और अमन शांति का माहौल बनाए रखना है। जहीन अहमद ने कहा कि संवैधानिक रूप से धरना प्रदर्शन किया किया जा सकता यह हमारा अधिकार है लेकिन अशांति फैलाने की किसी को भी अनुमति नहीं है क्योंकि यह देश हमारा है और देश की एकता और अमन की जिम्मेदारी भी हमारी ही है। उन्होंने प्रशासन से इस बात पर भी जोर दिया की निर्दोष युवाओ की गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए।
सीओ रामकरण सिंह और कोतवाली प्रभारी प्रभाकर कैंतुरा ने भी शांति बनाए रखने पर जोर दिया, साथ ही कहा कि जिस तरीके से शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बाजार बंद और प्रदर्शन का तरीका अपनाया जा रहा है वह ठीक नहीं है बल्कि सही ढंग से अपनी बात पहुंचाने का संवैधानिक रास्ता अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से जनता की सेवा के लिए है लेकिन अशांति फैलाने वालों के साथ किसी भी तरह की नरमी नहीं की जाएगी।
इनके अलावा दारुल उलूम ज़करिया देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती शरीफ खाना कासमी, दारूल उलूम देवबंद के मौलाना असद कासमी, तहसीलदार तपन कुमार मिश्र, जमालुद्दीन अंसारी पूर्व सभासद सय्यद हारिस आदि ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए शांति बनाए रखने की अपील की।
इस अवसर पर जमीयत उलेमा रामपुर मनिहारान के अध्यक्ष मुफ्ती आरिफ मजाहिरी, मौलाना शमशीर कासमी रामपुर मनिहारान, चौधरी सादिक, हाजी मुंशाद, कारी जुबैर कासमी,
शाहनवाज़ मलिक, सुलेमान फारूकी, डॉ वाजिद मलिक, तौफ़ीक़ अहमद जग्गी, शाहिद हसन, अब्दुल वाहिद, राव मसीउल्लाह, नज़म उस्मानी, राहत खलील, नबील मसूदी, जुनैद सिद्दीकी आदि सहित बड़ी संख्या नगर के लोग और मदरसों व सामाजिक संगठनों के जिम्मेदार मौजूद रहे।
रिर्पोट:
समीर चौधरी।
रियाज़ अहमद।
इकराम अंसारी।
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