देवबंद: पूर्व सभासद व समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा सपा ने राज्यसभा प्रत्याशियों की सूची में मुस्लिमो को ठेंगा दिखाकर अपना मुस्लिम विरोधी चेहरा उजागर किया है और 95% मुस्लिमो की वोट लेकर सिर्फ एक जावेद अली खान को राज्यसभा मे भेजना मुस्लिमो के मुंह पर तमाचा है खासकर पश्चिम के मुस्लिमो को अखिलेश यादव ने ठेंगा दिखाया है और अब्दुल को आईना दिखाने का काम किया है।
प्रेस को जारी बयान में सिकंदर अली ने कहा कि सपा प्रत्याशियों की सूची में कांग्रेस छोड़कर सपा में कपिल सिब्बल व जावेद अली खान व डिम्पल यादव का नाम शामिल कर जता दिया है सपा परिवारवाद की पार्टी है जब अखिलेश यादव जी स्वयं सांसद है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है तो फिर डिम्पल यादव को राज्यसभा भेजने की क्या आवश्यकता पड़ गयी ये परिवारवाद नही तो और क्या है पश्चिम यूपी से पूर्व विधायक इमरान मसूद व पूर्व विधायक मसूद अख्तर व पूर्व विधायक माविया अली जैसे कद्दावर नेताओ की उपेक्षा से पश्चिम यूपी के मुस्लिमो को ठेंगा दिखाकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बता दिया है सपा में मुस्लिमो की हैसियत बिन दिहाड़ी के मजदूर जैसी है।
उन्होंने ने सपा सुप्रीमो पर हमलावर होते हुए कहा की अखिलेश यादव ने मुस्लिमो का वोट लेकर उन्हें छलने का काम किया है अखिलेश यादव पार्टी में एक चेहरा बनकर रह गए है सपा को पर्दे के पीछे से उनकी पत्नी डिंपल यादव पार्टी को चलाने का काम कर रही है जो अखिलेश यादव व उनकी पार्टी को खत्म करने पर लगी हुई है उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगो के आहवान किया कि अखिलेश यादव की करनी व कथनी व चाल चरित्र में फर्क है वो हमेशा से ही मुस्लिम समाज को वोट बैंक के रूप में यूज कर अपनी राजनीतिक दुकान चला रहे है और परिवारवाद को बढ़ावा दे रहे है ऐसी स्तिथि मे मुस्लिमो को भी उनका साथ छोड़कर नए राजनीतिक घर की तलाश करनी चाहिए और सपा को चार चार बार सत्ता में लाने वाले मुस्लिम ही थे अब उन्हें इसे दफन कर देना चाहिए।
समीर चौधरी/ महताब आज़ाद।
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