डीएम से मुलाकात के बाद जमीयत उलमा मुजफ्फरनगर की अपील, अपने धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर की आवाज रखें धीमी।
मुज़फ़्फ़रनगर: जमीअत उलमा जिला मुजफ्फरनगर एक प्रतिनिधि मंडल ने मौलाना नजर मोहम्मद के नेतृत्व में जिला अधिकारी से मुलाक़ात की, जिसमें जमीयत के पदाधिकारियों ने जिले में लाउडस्पीकर के सिलसिले में चर्चा की।
मौलाना नजर मोहम्मद ने जिला अधिकारी को बताया की पूरे जिले की मस्जिदों और धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर को अनुमति होने के बावजूद उतरवाया जा रहा है जिससे रमजान मुबारक के पवित्र महीने में खासतौर से अजान, सहरी और इफ्तार के वक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस पर जिलाधिकारी ने जमीयत के पदाधिकारियों को कहा की यह एक कानूनी प्रक्रिया है और माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार किसी भी धर्म स्थल पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सब इस कानूनी प्रक्रिया का पालन करें और जहां-जहां तेज आवाज के लाउडस्पीकर लगे हुए हैं उनकी आवाज़ धीमी करें और अपनी-अपनी तहसीलों में जाकर एसडीएम से लाउडस्पीकर की अनुमति प्राप्त कर लें अगर इन नियमों का पालन सभी धर्मों के लोगों द्वारा या किसी कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा किया गया तो कहीं कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इसलिए जमीयत उलेमा के पदाधिकारियों ने तमाम मुसलमानों से अपील की कि अपनी-अपनी मस्जिदों के लाउडस्पीकर को नीचे और धीमी आवाज में रखें और जिन जिन मस्जिदों की परमिशन नहीं है उनकी परमिशन अपने एसडीएम से प्राप्त कर ले। इसके बावजूद भी अगर कोई परेशान करता है तो उसकी शिकायत जिलाधिकारी से की जा सकती है। परेशान करने वाले किए भी खिलाफ कार्रवाई का वादा जिलाधिकारी महोदय ने किया है।
डेलिगेशन में प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना नज़र मुहम्मद क़ासमी, जिलाध्यक्ष मौलाना क़ासिम क़ासमी, मौलाना ताहिर क़ासमी, सलीम मलिक, कलीम त्यागी , कारी अब्दुल रहमान, फैसल खान आदि मौजूद रहे।
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