यूक्रेन से सुरक्षित अपनी सरजमीं मुज़फ्फरनगर पहुंचे अब्दुस समद ने बयान की दर्द भरी दास्तां, बेटे के घर लौटने पर परिवार ने सरकार का आभार जताया।

यूक्रेन से सुरक्षित अपनी सरजमीं मुज़फ्फरनगर पहुंचे अब्दुस समद ने बयान की दर्द भरी दास्तां, बेटे के घर लौटने पर परिवार ने सरकार का आभार जताया।
मुज़फ्फरनगर: मुज़फ्फरनगर के योगेन्द्र पूरी निवासी अब्दुल समद मंगलवार की दोपहर ही भारत पहुंचे है. जहाँ उन्हे दिल्ली के UP भवन में रखा गया था जहाँ उन्हें 12 बजे देर रात सरकारी गाड़ी द्वारा उनके मुज़फ्फरनगर उनके आवास पर परिजनों को सौपा गया अब्दु समद ने बताया कि वह यूक्रेन से बस और कैब का सहारा लेकर रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचे थे. रात भर माइनस डिग्री तापमान में रात गुजारी. किसी ने यहाँ कोई मदद नहीं की. सभी साथियों ने खुद ही बस का किराया दिया और अपने खर्च पर बॉर्डर आये. उन्होंने बताया कि रात में भारतीय विमान से वे दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. मुंबई इंडिगो सरकारी विमान उतरा और अब दिल्ली एयरपोर्ट उतरने के बाद सरकारी अधिकारियों ने उन्हें यूपी भवन पहुँचाया जहाँ खाने पीने का बड़ा अच्छा इंतजाम था रोमानिया बॉर्डर से मुज़फ्फरनगर घर तक पहुंचने तक कोई भी पैसा मुजे नही देना पड़ा सारा इंतजाम भारत सरकार द्वारा किया गया था में आज अपने घर पहुँचने पर बड़ा खुश हूं ओर परिवार में खुशी का जबरदस्त माहौल है वही भाई समझ के परिजन भी समर्थ के घर पहुंचने पर बड़े खुश है और उन्हें फूल माला पहनाकर वह मिठाई खिलाकर जबरदस्त उत्साह से उनके आने का खुशी मनाई जा रही है अब्दुल समद ने व उनके परिजनों ने सरकार का धन्यवाद अदा किया है कि हमें हमारी सरकार ने नया जीवन दिया है जिसके संबंध हमारे परिवार के बीच में मौजूद है और हम भारत सरकार की जबरदस्त सराहना करते हैं वही अब्दुल समद ने कहा कि अगर मैं चुनाव से पहले आ जाता तो बीजेपी को वोट जरूर देता वहीं उन्होंने अपनी पीड़ा भी जाहिर की कि मेरे साथी पे जहां में यूक्रेन में रोल लोगों के पास रह रहा था उनकी याद आ रही है कि वे युद्ध में फंसे हुए हैं और सरकार से अपील करता हूं कि उन्हें भी जल्दी भारत लेकर आए।
यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है। इस बीच वहां फंसे भारतीयों की वापसी का अभियान तेजी से चल रहा है। भारतीय दूतावास की मदद से यूक्रेन में रहने वाले लोगों को वापस लाया जा रहा है। यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत हुई है। अभी भी सैकड़ों की तादाद में भारतीय छात्र फंसे हैं। अभी भी इसके लिए विमान कंपनियां उड़ानें संचालित कर रहीं हैं। मंगलवार की सुबह ओर रात को भी यूक्रेन में फंसे कई छात्र एक बस ओर कुछ कैब के जरिये रोमानिया पहुंच गए।

मुज़फ्फरनगर के एसएसपी कार्यालय में तैनात तहसीन अली के बेटे अब्दुल समद MBBS के स्टूडेंट है। उन्होंने बताया कि रूस और यूक्रेन जंग के सब कुछ बर्बाद हो गया, चारों तरफ ख़ौफ़नाक मंज़र है वई यूक्रेन की याद आते ही उनकी आंखों मे आंसू आ जाते हैं।

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