मतदान में भाग लेना सभी की नैतिक ज़िम्मेदारी है: मौलाना शमशीर क़ासमी।

मतदान में भाग लेना सभी की नैतिक ज़िम्मेदारी है: मौलाना शमशीर क़ासमी।
देवबंद: हज़रत मौलाना शमशीर क़ासमी ने कहा कि संविधान ने मतदान का अधिकार दिया है और मतदान में भाग लेना सभी की नैतिक ज़िम्मेदारी है।
मदरसा जामिया दावतुल हक़ मुइनिया के प्रबंधक हज़रत मौलाना शमशीर क़ासमी ने अपील करते हुए कहा कि हमारे देश के संविधान ने 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी को मतदान करने का अधिकार दिया है जो बेहद प्रभावशाली है।मतदान के ज़रिए जनता को अपनी पसंद की सरकार बनाने का हक़ है।इसलिए सभी को बढ़ चढ़ कर मतदान करना चाहिए क्योंकि ज़्यादा से ज़्यादा मतदान ही हमारे जागरूक होने का पता देगा।उन्होंने कहा कि मतदान के दिन को छुट्टी के दिन की तरह नहीं बल्कि ज़िम्मेदारी के दिन की तरह मनाया जाना चाहिए।
मौलाना शमशीर क़ासमी ने कहा कि किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि एक वोट से क्या होगा? ऐसा सोचना अपनी नैतिक जिम्मेदारी से भागना होता है।उन्होंने कहा कि अपना वोट डालने के साथ साथ दूसरे लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करना चाहिए।मौलाना शमशीर क़ासमी ने कहा कि शासन स्तर पर व सामाजिक संगठनों द्वारा मतदान के जागरूक किया जा रहा है।इसलिए अधिक से अधिक लोगों को मतदान करना चाहिए।

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