देश के मौजूदा राजनीतिक हालात और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जामिया रहमत घघरौली में एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन।

देश के मौजूदा राजनीतिक हालात और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जामिया रहमत घघरौली में एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन।
सहारनपुर: देश के मौजूदा राजनीतिक हालात और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सहित मुसलमानों के सामने आने वाली चुनौतियों को लेकर ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल की चुनाव समिति की ओर से एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन जामिया रहमत घघरौली में किया गया। जिसमें काउंसिल के पदाधिकारियों सहित देशभर के बुद्धिजीवियों ने शामिल होकर विचार विमर्श किया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश के मुसलमानों के सामने आने वाली समस्याओं का सकारात्मक रूप से समाधान करना तथा देश व समाज की उन्नति के लिए बेहतर तौर पर प्रयास करना था।
बैठक की अध्यक्षता कमर आलम मिल्ली काउंसिल महासचिव पश्चिमी यूपी ने की और मौलाना डॉ अब्दुल मालिक मुगीसी, जिलाध्यक्ष, ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल सहारनपुर ने प्रोग्राम का संचालन किया।
बैठक का उद्देश्य बताते हुए दिल्ली कौन से राजनीतिक कोर कमेटी के कन्वीनर निजामुद्दीन शेख ने कहा कि लोग कहते हैं कि केंद्रीय सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। यहां के चुनाव के नतीजे दूरगामी हैं, यही वजह है कि पूरे देश की निगाहें उत्तर प्रदेश पर टिकी हैं। यदि हम 2022 के चुनाव के में सांप्रदायिक ताकतों द्वारा तैयार किए गए खाके को तोड़ने में सफल होbजाये तो यह बात दूर नहीं है कि हम 2024 में भी सफल हो जाएं। हमें कोम के मुद्दों पर गहराई से और गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।

कमर आलम ने कहा कि स्थिति उतनी खराब नहीं है जितनी पहले थी। हमारी कोम ने और भी बहुत कठिन परिस्थितियों का सामना किया है। इन परिस्थितियों में हमें निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि आगे बढ़कर जनता को आश्वस्त करना चाहिए कि वर्तमान व्याख्यान कई मायनों में महत्वपूर्ण है जिसके लिए उनको तैयार होना हैं।
मुख्य अतिथि मौलाना तारिक शफीक नदवी ने प्रासंगिक चुनावी प्रांतों का संक्षिप्त विश्लेषण करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान राजनीतिक स्थिति बहुत जटिल है, यह नहीं पता कि ऊंट किस करवट बैठेगा, लेकिन हमें इन चुनावों में समझदारी साबित करनी होगी और वोटों का प्रतिशत जितना हो सके बढ़ाना है।
वक्ताओं में साबिर अली खान नगर अध्यक्ष मिल्ली काउंसिल सहारनपुर, मौलाना रिसालूद्दीन हक्कानी देहरादून,आरिफ खान, मजहर उमर खान, मौलाना अकबर कासमी, अध्यक्ष ऑल इंडिया मिल्ली कॉन्सिल उत्तराखंड, पीरजादा शेर शाह आजम, मुहम्मद इनाम जमात-ए-इस्लामी, उमेद खान सरोहा, अमजद अली एडवोकेट, मौलाना आरिफ रशीदी, मौलाना नवाब, मौलाना नसीम, इंजीनियर शमीम अहमद का नाम विशेष रूप से है।
इस दौरान कारी जीशान कादरी, मौलाना अब्दुल खालिक मुगीसी, सूफी साजिद, मौलाना वासिफ रशीदी, मौलाना मुजफ्फर, डॉ वासिल, इमरान अली, मौलाना वसीम, गयूर आलम, मुजम्मिल अहमद, मौलाना कासिम, हलीम खान, जुनैद, मौलाना फतेह मुहम्मद नदवी, मुफ्ती रियाज अरमान नदवी, कारी अ, जब्बार और अन्य उपस्थित थे।
मौलाना सैयद अजीम शाह सरपरस्त मिल्ली काउंसिल उत्तराखंड की दुआ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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