कन्या सुमंगला योजना में सहारनपुर को मिली पांचवी रैंक, जनपद में 36 हजार से ज्यादा पात्रों को मिल चुका है लाभ।

कन्या सुमंगला योजना में सहारनपुर को मिली पांचवी रैंक, जनपद में 36 हजार से ज्यादा पात्रों को मिल चुका है लाभ।
सहारनपुर: जनपद में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना रंग ला रही है और नतीजा है कि जनपद को सूबे में पांचवी रैंक मिली है। यह रैंक पात्रों को भुगतान के लिए दी गई है। दरअसल, 1 अप्रैल 2019 से शुरू की गई इस योजना में सहारनपुर में अब तक कुल 51171 आवेदन आए और इनमें 36716 पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है। इस जाननकारी महिला कल्याण विभाग के उपनिदेशक पुष्पेंद्र कुमार सिंह ने दी। 
बेटियों के लिए बहुत लाभकारी है योजना
कन्या सुमंगला योजना महिला सशक्तीकरण के लिए है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं की अवधारणा को सशक्त रूप से आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए तथा बेटियों की तालीम के लिए ही इसकी शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत बेटियों को उनके जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक छह चरणों में प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। उपनिदेशक पुष्पेंद्र कुमार सिंह ने बताया- इस योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, समान लैंगिक अनुपात स्थापित करने, बाल विवाह की कुप्रथा को रोकने, बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा को प्रोत्साहित करने तथा बालिकाओं को स्वावलंबी बनाने में सहायता प्रदान करना है। 
यह है विशेषता
इस योजना में बालिका के जन्म व उसके टीकाकरण होने के बाद क्रमश: प्रथम श्रेणी (इस श्रेणी के अंतर्गत जिन कन्याओं का जन्म 01 अप्रैल 2019 या उसके पश्चात हुआ हो) द्वितीय श्रेणी (उन बालिकाओं को सम्मिलित किया जाएगा जिनका एक वर्ष के अंदर सम्पूर्ण टीकाकरण हो चुका हो और उनका जन्म 01 अप्रैल 2018 से पूर्व न हुआ हो।) के अतिरिक्त किसी अन्य श्रेणी का लाभ लेने के लिए आयु की अनिवार्यता नहीं है। यही नहीं, परिवार की तीन लाख रुपये से कम की वार्षिक आय हेतु केवल निर्धारित शपथ पत्र पर घोषणा ही मान्य है। इसके लिए तहसीलदार द्वारा निर्गत आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। योजना के तहत किसी भी श्रेणी में पात्र होने पर सीधे आवेदन किया जा सकता है। 
यूं मिली प्रदेश में पांचवी रैंक
कन्या सुमंगला योजना में सहारनपुर जनपद को भुगतान के मामले में पांचवी रैंक मिली है। दरअसल, यहां पर कुल 32463 लाभार्थियों को 5.77 करोड़, रुपये दिए जा चुके हैं। सहारनपुर हालांकि, जनसंख्या के मामले में सूबे के शेष 17 जनपद से पीछे 18 वें नंबर पर है। यहां पर 8637 आवेदन निरस्त किए जा चुके हैं जबकि आवेदन करने वालों की कुल संख्या अब तक 51171 है।  
यह होती है आवेदन की प्रक्रिया
वेबसाइट के माध्यम से आवेदन आन लाइन स्वीकार किए जाते हैं। योजना के तहत कुल छह श्रेणियां हैं। प्रत्येक श्रेणी का लाभ लेने के लिए पृथक रूप से आवेदन किया जाता है। किसी भी परिवार की अधिकतम दो ही बच्चियों को इसका लाभ मिलता है। लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो और उसके पास यहीं का प्रमाण पत्र होना जरूरी है। आवेदन पत्र पर बालिका के साथ माता-पिता का छाया चित्र होना जरूरी है। 

इन्होंने कहा..
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का सहारनपुर में सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। यही वजह है कि सूबे में जनपद को पांचवीं रैंक मिली है। बेटियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने में यह योजना बहुत ही सहायक है। 
-पुष्पेंद्र कुमार, उपनिदेशक महिला कल्याण।

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