गुजरात दंगों के 20 साल: ज़किया जाफरी से मिलीं संजीव भट्ट की पत्नी, भावुक होकर बोलीं हम हमेशा आपके साथ हैं।

गुजरात दंगों के 20 साल: ज़किया जाफरी से मिलीं संजीव भट्ट की पत्नी, भावुक होकर बोलीं हम हमेशा आपके साथ हैं।
By: Wasim Akram Tyagi
नई दिल्लीः गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों को दो दशक पूरे हो चुके हैं। ऐसे में इन दंगों का शिकार हुए पूर्व सांसद अहसान जाफरी की विधवा से पूर्व आईपीएस संजीव भट्ट की पत्नी ने मुलाक़ात की है। उन्होंने इस मुलाक़ात की तस्वीर संजीव भट्ट के फेसबुक अकाउंट से पोस्ट की है। जानकारी के लिये बता दें कि संजीव भट्ट साढ़े तीन साल से जेल में बंद हैं। सोशल एक्टविस्टों का कहना है कि संजीव को साजिशन फंसाया गया है।
संजीव भट्ट की पत्नी श्वेता संजीव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जैसा कि हम गुजरात में हुए भीषण नरसंहार के 20 साल पूरे कर रहे हैं, मेरा दिल उन परिवारों के साथ है जिन्होंने नफरत और हिंसा में अपने प्रियजनों को खोया, और उन्हें न्याय के लिए लड़ना जारी रखे हुए हैं। इन्ही में से निडर जकिया जाफरी हैं।
श्वेता ने लिखा कि आज उस लड़ाई को को 20 साल पूरे हो गए हैं, जिसे आपने नहीं चुना, एक ऐसी लड़ाई, जो आप पर थोपी गई थी, जिसने वह सब छीन लिया जो आपके दिल को प्यारा था। लेकिन इस असंभव दिखने वाली लड़ाई को आप हर गुजरते दिन साथ, हर एक पल लड़ती रहीं। जब आप इस शासन के खिलाफ बहादुरी से उन्हें न्याय दिलाने के लिए खड़े हुईं, तो आप गुजरात नरसंहार के हजारों पीड़ितों के लिए खड़ी हुईं, और इससे लोगों को साहस मिला। तमाम उथल-पुथल और निराशाओं के बावजूद, आपने लड़ाई जारी रखने की कसम खाई थी।
श्वेता ने लिखा कि मैं कल्पना भी नहीं कर सकती कि आप किस दौर से गुजरी हैं और आपने जो सहा है। जिस गरिमा, और साहस के साथ आप अथक संघर्ष कर रही हैं, वह प्रेरणा का स्रोत है, और बहुत लोगों के लिए अंधेरों में रोशनी की तरह है। इन साढ़े तीन सालों में जब भी मैं लड़खड़ाती हूं, मैं तुम्हारे बारे में सोचती हूं और मैं संजीव के बारे में सोचती हूं। जहां संजीव मेरे अटूट साहस के स्रोत बने हुए हैं, वहीं आपकी अदम्य भावना मेरी प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। हम हर दिन उम्मीद और विश्वास के साथ जागते हैं कि हमारे दिलों में न्याय मिल रहा है. लेकिन हर दिन, सिस्टम हमारे भरोसे को धोखा देता है, हमारे विश्वास का मजाक उड़ाता है और हमारे संकल्प को तोड़ने की कोशिश करता है। फिर भी, आप अमर आत्मा के साथ दृढ़ बनी रहें, और हम लड़ते रहें।
श्वेता ने लिखा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए, आपके बलिदान, आपकी लड़ाई की भावना और अत्याचार के खिलाफ आपके संघर्ष को न केवल याद किया जाएगा बल्कि प्रेरणा भी मिलती रहेगी। संजीव के साथ-साथ मेरे और हमारे बच्चों के दिल में आपका एक विशेष स्थान है और रहेगा। एक पत्नी अपने पति के लिए लड़ रही, हम जीतेंगे…. यही मेरा विश्वास और प्रार्थना है। हम हमेशा आपके साथ हैं और रहेंगे।

साभार- TheReports.In

Post a Comment

0 Comments

देश