संसद में कोरोना महामारी पर चर्चा के दौरान बोले हाजी फजलुर्रहमान "तबलीगी जमात को साजिश के तहत बदनाम किया गया, बीमारी को वर्ग विशेष से जोड़ना की निंदा"।

संसद में कोरोना महामारी पर चर्चा के दौरान बोले हाजी फजलुर्रहमान "तबलीगी जमात को साजिश के तहत बदनाम किया गया, बीमारी को वर्ग विशेष से जोड़ना की निंदा"।
नई दिल्ली/सहारनपुर: सहारनपुर लोकसभा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने संसद के शीतकालीन सत्र में कोरोना महामारी पर चर्चा में भाग लेते हुए तबलीगी जमात और निजामुद्दीन मरकज को कोरोना के लिए बदनाम किए जाने की निंदा की।

सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने संसद में कहा कि कोरोना महामारी से पूरी दुनिया प्रभावित हुई और हमारा देश भी से प्रभावित हुआ है। अब हम ओमीक्रोन पर यहां सदन में चर्चा कर रहे हैं। पिछली दोनो लहरों के दौरान हुई गलतियों से सबक लेते हुए हमें अब लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के अधिक प्रबंध करने होंगे। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि कोराेना की पहली लहर में हमारा जानी और माली नुकसान कम हुआ लेकिन अनजाने में डर और दहशत का माहौल बना दिया गया। पहली लहर में 1 दिन तक कर्फ्यू लगाकर उसे लगभग 50 दिन से ज्यादा बढ़ा दिया गया जिससे लोगों में डर और दहशत पैदा हुआ। 
सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि देश में मीडिया के एक समूह ने और नफरत फैलाने वालों ने कोरोना की बीमारी को एक खास वर्ग से जोड़ने की कोशिश भी की, जिसमें मीडिया का रोल भी बहुत खराब है जिसकी निंदा कोर्ट ने भी की है। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि दिल्ली में तबलीगी जमात के मरकज निजामुद्दीन और तबलीगी जमात को साज़िश के तहत कोरोना महामारी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। मीडिया के जिस समूह ने और जिन लोगों ने ये साजिश की उसमें वह गलत साबित हुए। तबलीगी जमात और मरकज निजामुद्दीन को बदनाम करने की निंदा हमारी सुप्रीम कोर्ट और अलग अलग प्रदेशों की हाईकोर्ट ने भी की है। 
हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि दूसरी लहर का सामना करने के लिए केंद्र सरकार तैयार नहीं थी यही वजह रही कि ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौतें हुई हैं जबकि सरकार का ये बयान कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है निंदनीय है। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि सरकार कोरोना से और इस दौरान ऑक्सीजन की कमी से मरने वाले लोगों की सही जानकारी इकट्ठा करे और पीड़ितों के परिवार को मुआवज़ा दे। इसिंके साथ कोरोना से बचाव के लिए टीके का आंकड़ा संख्या में न बताकर आबादी के प्रतिशत के हिसाब से जारी किया जाए। 
हाजी फजलुर्रहमान ने कोरोना महामारी के दौरान लोगों की सेवा करने वाले मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर्स, सफाई कर्मचारियों, पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के लोगों का भी शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि कोरोना के दौरान जिन अस्पतालों ने लोगों की मजबूरी का लाभ उठाकर अधिक पैसे वसूले हैं उन पर भी कार्यवाही की जाए और आगे उनके मापदंड तय किए जाएं।

समीर चौधरी।

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