जमीयत उलेमा मेवात की जानिब से शिक्षा जागरूकता सम्मेलन, शिक्षा के बगैर मुख्य धारा में शामिल नहीं हो सकते: मौलाना हबीबुल्ला मदनी।

जमीयत उलेमा मेवात की जानिब से शिक्षा जागरूकता सम्मेलन, शिक्षा के बगैर मुख्य धारा में शामिल नहीं हो सकते: मौलाना हबीबुल्ला मदनी। 
नूंह, मेवात: जमीयत उलेमा हिंद मेवात के तत्वावधान में शिक्षा जागरूकता सम्मेलन गांव दौरख्खी में आयोजित हुआ। गांव दौरख्खी एंव मौलाना राशिद दौरख्खी के प्रयासों से यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रोग्राम में मौलाना हबीबुल्ला मदनी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। प्रोग्राम मौलाना राशिद मील खैडला की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस के अलावा मेवात के हर क्षेत्र से शिक्षाविद एंव समाजसेवियों ने शिरकत की।

इस अवसर पर सभी ने शिक्षा के महत्व पर जौर देते हुए अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए जौर दिया। एसडीएम रनबीर सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमें चाहिए कि हर क्षेत्र में जागरूकता का सबूत दें, शिक्षा के साथ साथ स्वास्थ्य सम्बन्धित मामलो में जागरूकता दिखाने की जरूरत है, इस के लिए विश्वस्तर पर वैक्सीन लग रही हमे इस में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें।
इस अवसर पर नीट क्लेयर करने वाले हरियाणा राजस्थान मेवात के छात्र और छात्राओं को मरहूम मौलाना कासिम मील खेडला अवार्ड से सम्मानित किया गया। प्रोग्राम में 23 ऐसे मदरसा के छात्रों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने 12 साल की उम्र में पुरा कुरआन ए पाक वर्बली याद कर हिफ्ज किया। गौरतलब है कि प्रोग्राम में मौलाना असजद मील खैडला निवासी घासेडा के बेटे मौहम्मद उबेद उम्र पांच साल के हाफिज बच्चे को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने ने अपनी पांच साल की उम्र में सिर्फ 11 महीने की मुद्दत में कुरआन ए पाक के 30 चैप्टर पारों को वर्बली यानी हिफ्ज याद कर सब को अचिभिंत कर दिया।

इस अवसर पर जमीयत उलेमा ए मेवात के महासचिव साबिर कासमी ने जिला प्रशासन नूंह से मांग की है कि मौहम्मद उबेद शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरित और आकर्षित करने वाला नाम है इस लिए जिला प्रशासन इस बच्चे को जिला स्तर पर मौहम्मद उबेद वलद मौलाना असजद मील खैडला को सम्मानित करे ताके मदरसा और स्कूलों के बच्चे इस से प्रेरणा लेकर शिक्षा ग्रहण करें। प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के रूप में देवबंद से शामिल हुए जमियत उलेमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के बड़े बेटे मौलाना हबीबुल्ला मदनी ने कहा कि शिक्षा बहूत जरूरी है बगैर शिक्षा के इसांन पैदा करने के उद्देश्य को भी नही समझ सकता। उन्होंने कहा कि कोई हाथ पकड़ कर हमें शिक्षा नही दिलाएगा हमे खुद शिक्षा का महत्व समझ कर अपने बच्चो को शिक्षा हासिल करनी होगी। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के हालात जिस तेजी से तब्दीली की ओर जा रहे है उस परिपेक्ष्य में हमे बहुत जागरूकता का सबूत पैश करना होगा। 
मौलाना साबिर कासमी नाई नंगला ने अपने सम्बोधन में कहा किसी भी कौम और क्षेत्र की कामयाबी चार स्तंभ पर निर्भर होती है शिक्षा, स्वास्थ्य ,व्यवसाय और राजनीति, अगर हम शिक्षा पर जोर दें तो बाकी तीन पर काबू पाना आसान हो जाएगा है।उन्होंने कहा कि आज राजनेता अपने सियासी निजी फायदे के लिए जनता का शोषण कर रहे हैं। हाफिजा नजीफा ज़ाहिद बिसरू ने अपने पुरे सम्बोधन में कुरआन और हदीस की रौशनी में शिक्षा के महत्व पर जौर दिया। खासतौर पर बालिका शिक्षा को लेकर जागरूकता पर आधारित बयान दिया। 
इस के अलावा मौहम्मद कासिम मेवाती, अख्तर हुसैन काटपूरी, असलम खान गौरवाल, डॉ महबूब सादल खान, हैदर मुजीब रुपडिया, मौलाना अतहर कासमी, मौलाना फखरुददीन रिठट, मौलाना हकिमुददीन उटावड समेत अन्य लोगों ने भी शिक्षा संबधित भाषण दिए। संचालक की जिम्मेदारी मुफ्ती साबिर उस्ताद मील खेडला मास्टर अशरफ मेवाती ने बारी बारी से अंजाम दी।

DT Network

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