दो साल बाद पुलिस से CAA, NRC मामले बुज़ुर्ग को भेजा जेल, पुलिस कार्रवाई पर मशहूर आलिम ए दीन मुफ़्ती अफ्फान ने खड़े किए सवाल।

दो साल बाद पुलिस से CAA, NRC मामले बुज़ुर्ग को भेजा जेल, पुलिस कार्रवाई पर मशहूर आलिम ए दीन मुफ़्ती अफ्फान ने खड़े किए सवाल।
अमरोहा: पुलिस ने एक 60 साला बुजुर्ग नफीस पुत्र शफीक निवासी मोहल्ला जलीलाबाद अमरोहा को 22 महीने के बाद nrc और caa के दंगों से गलत तरीके से जोड़कर ( 816 ओर 817 में ) मनमानी करते हुऐ जेल भेज दिया है। इस पुलिस कारवाई पर शदीद नाराज़गी का इज़हार करते हुये प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान व प्रधानचार्य मदरसा जामिया इस्लामिया अरबिया जामा मस्जिद अमरोहा मुफ़्ती सैय्यद मोहम्मद अफ्फान मंसूरपुरी ने बेक़सूर व्रद्ध पर कारवाई को अनुचित बताया।

 मुफ़्ती अफ्फान मंसूरपुरी ने कहा कि जबकि नफीस बिल्कुल निर्दोष हैं और यह पुलिस भी जानती है,हम अमरोहा पुलिस की इस कार्रवाई की भरसना और मजममत करते हैं,ओर पुलिस को यह बतादेना चाहते हैं कि जुल्म की नाओ ज्यादा दिन नहीं चलती। गरीब की जमानत तो दो तीन दिन में होजाऐगी लेकिन बुजुर्ग मजलूम की आहें और आंसू बेकार नहीं जाऐंगे। 

बोले, उस गरीब मजदूर को जेल भेजकर पुलिस ने ताकत के बल पर अपनी कुरूरता का जो नमूना पेश किया है उससे समाज में रोष है और पुलिस से भरोसा उठा है ।
ज्ञात हो कि 2 वर्ष पूर्व सी ए ए और एन आर सी के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव के बाद पुलिस के ज़रिए विरोध प्रदर्शन को लेकर बड़ी कारवाई की गई थी कारवाई के तहत प्रदर्शन कारियों के विरूद्ध नामज़द व अज्ञात में मुकदमे क़ायम किये गये थे
जिसमें देश्वयापी समाजिक संगठन जमियत उलेमा हिन्द ने पैरवी करते हुए सभी क़ायम मुक़दमे ख़त्म करने के साथ ही फ़ाइल क्लोज़ कराने में भी प्रमुख भूमिका अदा की थी अब पुलिस प्रशासन द्वारा दोबारा से सी ए ए व एन आर सी के नाम पर गिरफ़्तार कर व्रद्ध को जेल भेज कर कारवाई किये जाने से शहर की समाजी संस्थाओ में रोष देखने को मिल रहा है सी ए ए व एन आर सी विरोध प्रदर्शन के दौरान मुल्ज़िम बनाए गए नाम ज़द व अज्ञात लोगों की पैरवी करने वाले देश वयापी संगठन जमियत उलमा अमरोहा ने भी पुलिस कारवाई पर रोष व्यक्त  करते हुए इसे अनुचित व भय का माहौल बनाने की कोशिश बताया है।

 रिर्पोट:  सालार ग़ाज़ी
Posted By: Sameer Chaudhary

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