दलित युवक पेड़ से बांधकर मारपीट किए जाने के मामले में भीम आर्मी नेता ने पुलिस पर लगाया मेडिकल न कराने का आरोप, दोनों पक्षों में हुआ समझौता।

दलित युवक पेड़ से बांधकर मारपीट किए जाने के मामले में भीम आर्मी नेता ने पुलिस पर लगाया मेडिकल ना कराने का आरोप, दोनों पक्षों में हुआ समझौता।

देवबंद: क्षेत्र के बाबूपुर नगली गांव के दलित युवक को चोरी के शक में पेड़ से बांधकर मारपीट करने के मामले में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पीड़ित युवक का मेडिकल न कराने का आरोप लगाया है हालांकि इस मामले में अब दोनों में दोनों पक्षों में समझौता भी हो गया है। भीम आर्मी से जुड़े लोग इस मामले में इकट्ठा होकर कार्रवाई के लिए कोतवाली पहुंचे। इस संबंध में भीम आर्मी नेता दीपक बौद्ध की एक वीडियो भी वायरल हुई।

बाबूपुर नगली गांव निवासी अक्षय का आरोप है कि गांव के ही पांच दबंग किस्म के लोगों ने उस पर चोरी का आरोप लगाया और पकड़ कर उसे जंगल में ले गए। अक्षय का आरोप है कि उक्त लोगों ने उसे पेड़ से बांधकर पीटा। बाद में वह उसे जडौदा गांव के पास फेंककर फरार हो गए। जानकारी मिलने पर युवक के परिजन व भीम आर्मी के नेता दीपक बौद्ध कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। वहां से घायल युवक को लेकर वह कोतवाली गए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं, भीम आर्मी नेता दीपक बौद्ध की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें वह इंस्पेक्टर योगेश शर्मा और रेलवे रोड चौकी प्रभारी नरेश सिंह पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने सत्तापक्ष से जुड़े एक नेता के दबाव में आकर न तो कोई कार्रवाई की ओर न ही घायल अक्षय का मेडिकल कराया। वहीं, देर शाम दीपक बौद्ध ने बताया कि गांव के जिम्मेदार लोगों ने उनके बीच समझौता करा दिया। इसलिए कोई कार्रवाई नहीं कराई गई। 

सीओ रजनीश कुमार उपाध्याय का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच पैसे के लेनदेन को लेकर मामूली विवाद हुआ था। भीम आर्मी कार्यकर्ता अक्षय को लेकर उनके पास पहुंचे थे। जिन्हें रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली भेज दिया गया था। लेकिन बाद में उनके बीच समझौता हो गया। इस प्रकार का कोई मामला नहीं हुआ। जिस तरह उसे दिखाया गया। 

समीर चौधरी/ इकराम अंसारी।

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