जमीअत उलमा हिंद की बैठक में बिना भेदभाव समाज सेवा करने और समाज सुधार के लिए बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला।
रविवार को मोहल्ला बढ़जियाउल हक पर स्थित जमीअत उलमा देवबंद यूनिट के अध्यक्ष हाजी यासीन के आवास पर आयोजित बैठक में हाजी यासीन ने कहा कि जमीयत का उद्देश्य बिना भेदभाव समाज की सेवा करना है। इसलिए सभी ओहदेदारों को चाहिए कि वह पद लेकर घर न बैठे बल्कि समाज के लिए काम करें और संगठन को मजबूती प्रदान करें।
कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद स्थापना से लेकर आज तक समाजसेवा के क्षेत्र में बढ़ चढ़कर कार्य कर रही है। कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी के नेतृत्व में संगठन गरीबों का सहारा बन रहा है तो बेकसूर लोगों को न्याय दिलाने के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ रहा है।
मौलाना मुफ्ती अखलाक कासमी ने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए जमीयत के प्लेटफार्म से जल्द ही इस्लाही मुआशरा (समाज सुधार) कार्यक्रम की शुरुआत कर लोगों को बुराईयों से दूर रहने तथा शिक्षा के प्रति जागरुक किया जाएगा। मुफ्ती खादिमुल इस्लाम ने कहा कि जमीयत भेदभाव के बिना सभी धर्म और बिरादरी के लिए के लिए कार्य कर रही है। क्योंकि उसका उद्देश्य समाज में फैली नफरत को दूर कर भाईचारे का संदेश देना है।
कार्यक्रम की शुरुआत कारी मजाहिर की तिलावत-ए-कलाम पाक से हुई। अध्यक्षता हाजी यासीन व संचालन खादिम हुसैन ने किया। इसमें मुफ्ती अमजद अहमद, कारी फौजान, मो. गुलफाम, मो. आरिफ, मौलाना मसूद, हाफिज सैयद नदीम अतहर, मौलाना सरुर अहमद आदि मौजूद रहे।
समीर चौधरी।
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