देवबंद: देवबंद में रहमत और बरकत के महीने रमज़ान मुबारक के पहले जुमा की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई। नमाज के बाद रोजेदारों ने अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर देश में अमनो अमान और समृद्धि की दुआ मांगी।
प्रसिद्ध रशीद मस्जिद में जुमा की नमाज मशहूर आलिम ए दीन मुफ्ति सैयद अफ्फान मंसूरपुरी ने अदा कराई। नमाज के बाद उन्होंने रमजान के महीने की फजीलत और रोजों की अहमियत पर ब्यान किया। बताया कि रमजान माह का पहला अशरा रहमत, दूसरा अशरा कब्र के अजाब से मगफिरत व तीसरा अशरा दोजख से निजात का है। इसलिए लोगों को खूब इबादत कर अपने रब को राजी करना चाहिए। अंत में देश में अमनो अमान, समृद्धि और मुसलमानों की सुरक्षा के लिए दुआ हुई।
दारुल उलूम की छत्ता मस्जिद में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मुसलमान अपने रब को राजी करें। इससे अल्लाह की रहमतें नाजिल होंगी और मुश्किलें हल होंगी।
नगर की मरकजी जामा मस्जिद, दारुल उलूम की मस्जिद कदीम और दारुल उलूम वक्फ की अतयबुल मसाजिद में भी नमाज अदा कराई गई। इनके अलावा शहर व देहात की तमाम बड़ी मस्जिदों में अकीदतमंदों ने जुमा की नमाज अदा की।
सुरक्षा के लिहाज से सभी बड़ी मस्जिदों और चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा। अधिकारियों भी दारुल उलूम क्षेत्र में गश्त करते रहे। नमाज के बाद देहात से आए लोगों की खरीदारी से बाजार गुलजार रहे।
समीर चौधरी/ रियाज़ अहमद।
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