दिल्ली: (शिब्ली रामपुरी) उर्दू के मशहूर पत्रकार और पूर्व राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दीकी ने राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी का साथ छोड़ दिया है और उन्होंने कहा है कि ऐसा मैं भारी मन से कर रहा हूं लेकिन मैं अपने उसूलों से समझौता नहीं कर सकता. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्होंने लिखा कि मैंने राष्ट्रीय लोक दल की सदस्यता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की पोस्ट से अपना त्यागपत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयंत सिंह जी को भेज दिया है । आज जब भारत के संविधान और लोकतांत्रिक ढाँचा ख़तरे मैं है ख़ामोश रहना पाप है । मैं जयंत जी का आभारी हूँ पर भारी मन से आरएलडी से दूरी बनाने के लिए मजबूर हूँ । भारत की एकता , अखंडता विकास और भाईचारा सर्वप्रिए है । इसे बचाना हर नागरिक की ज़िम्मेवारी और धरम है।
हालांकि आरएलडी छोड़ दिए जाने पर कुछ लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि शायद शायद सिद्दीकी साहब को राज्यसभा या कोई बड़ा पद नहीं मिल सका तो इसलिए वह अब पार्टी छोड़ रहे हैं. काबिले ग़ौर हो कि राष्ट्रीय लोकदल ने एनडीए का समर्थन किया है और इंडिया गठबंधन को छोड़कर जयंत चौधरी ने एनडीए के साथ जाना बेहतर समझा और अब वह एनडीए के ही साथ हैं।
0 Comments