देवबंद: धार्मिक नगरी देवबंद में इस्लामी तालीम के दूसरे सबसे बड़े इदारे दारुल उलूम वक्फ देवबंद में सोमवार को नवीन शिक्षण सत्र का आगाज हुआ। संस्था के मोहतमिम मौलाना सुफियान कासमी ने हदीस की पुस्तक बुखारी शरीफ का प्रथम पाठ छात्रों को पढ़ाया साथ ही उन्हें अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित रखने की नसीहत की।
शिक्षण सत्र के प्रथम दिन मौलाना सुफियान कासमी ने दारुल उलूम के संस्थापक मौलाना मोहम्मद कासिम नानौतवी समेत अकाबिर उलमा की इल्मी खिदमात के बारे में छात्रों को बताया। साथ ही उन्होंने नसीहत करते हुए कहा कि वह अपने घर परिवार को छोडक़र दीन की शिक्षा हासिल करने यहां आए हैं इसलिए वह अपने मकसद को हमेशा सर्वोपरि रखें। कहा कि उनका एक-एक लम्हा कीमती है, इसलिए हमेशा तालीम हासिल करने की जुस्तजू में लगे रहे और शिक्षा के अलावा सभी चीजों से अपने आपको बचाएं। अपनी नीयत को हमेशा दुरुस्त रखें यह इल्म तभी आपके और पूरी उम्मत के लिए लाभदायक होगा। नवीन सत्र के पहले दिन शेखुल हदीस मौलाना अहमद खिजर शाह मसूदी, नायब मोहतमिम मौलाना शकैब कासमी ने भी छात्रों को सम्बोधित किया और लक्ष्य निर्धारित कर शिक्षा हसलि करने की नसीहत की।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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