लखनऊ: वरिष्ठ अधिवक्ता व ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव एवं अयोध्या बाबरी विवाद में मुस्लिम पक्ष के वकील जफरयाब जिलानी का लखनऊ में निधन हो गया।
बुधवार को जफरयाब जिलानी ने लखनऊ के निशातगंज के अस्पताल में दोपहर करीब 12 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने दुख जताया है। वह 74 वर्ष के थे।
जफरयाब पिछले काफी समय से बीमार थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है। जिलानी बाबरी मस्जिद मामले में अधिवक्ता भी थे। वह उत्तर प्रदेश के अपर महाधिवक्ता भी रह चुके थे। उनके बेटे नजम ने बताया कि उनके पिता को आज शाम लखनऊ के ऐशबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।
गौरतलब है कि जफरयाब को साल 2021 में ब्रेन हेमरेज भी हुआ था। जफरयाब फिसलकर गिर गए थे जिसके बाद उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया था कि उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ है।
वरिष्ठ अधिवक्ता जफरयाब जिलानी ने अयोध्या के राम जन्मभूमि केस में बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी का पक्ष रखा था। उन्होंने इस केस में बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के ओर से सुप्रीट में वकालत की थी। हालांकि इससे पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त एडीजी के तौर पर भी अपनी सेवा दी थी।
उन्होंने अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्ष की बात सुप्रीम कोर्ट में रखी थी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद जफरयाब जिलानी को बाबरी मस्जिद एक्श कमेटी के अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन बीते करीब दो सालों तक बीमार रहने के बाद बुधवार को उनका निधन लखनऊ में हो गया।
सूत्रों की मानें तो मई 2021 में वकील जफरयाब जिलानी के सिर में चोट लगी थी. उनके सिर में गंभीर चोट लगने के बाद इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा था. हालांकि उस वक्त उनकी हालत गंभीर बताई गई थी, जिसके बाद उनको आईसीयू में रखा गया था।
समीर चौधरी।
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