रामपुर मनिहारान: (शिब्ली रामपुरी) मुफ्ती रय्यान नदवी ने कहा कि सिर्फ भूखे प्यासे रहने का नाम रोज़ा नहीं है बल्कि रोजा इंसान को जहां परहेज़गार बनाता है वही उसमें इंसानियत का जज्बा भी पैदा करता है ताकि वह जीवन भर अच्छे काम कर सके।
कस्बे के मोहल्ला पीपलतला वाली मस्जिद अब्दुस समी के इमाम मुफ्ती रय्यान नदवी ने कहा कि रमजान में जब रोजा रखा जाता है तो रोज़ा एक तरह से जहां खुद पर नियंत्रित करने का एक सशक्त माध्यम है वही रमजान से यह प्रेरणा भी मिलती है कि हमें गरीब और बेसहारा लोगों के दुख दर्द को भी महसूस कर उनके काम आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मुबारक महीने में परवरदिगार की रहमते बरसती हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा इबादत करनी चाहिए और दुआ भी ज्यादा से ज्यादा मांगनी चाहिए. उन्होंने रमजान की फज़ीलत बयान करते हुए कहा कि हर तरह की बुराई से खुद को रोके रखना और फिर इसी संदेश को दूसरा तक पहुंचाना भी रमज़ान का एक मकसद है।
0 Comments