देवबंद: देवबंद-रुडकी रेलवे लाइन को लेकर गांव मझौल जबरदस्तपुर में जमीन का नियमानुसार मुआवजे की मांग कर रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में लेते हुए शांति भंग में उनका चालान कर दिया। आक्रोषित किसानों ने एसडीएम कार्यालय पहुंच जमीन का नियमानुसार उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की।
देवबंद-रुडकी रेल मार्ग का कार्य इन दिनों जोर-शोर के साथ चल रहा है। सोमवार को रेलवे द्वारा गांव मझौल जबरदस्तपुर में अधिग्रहित किसानों की भूमि पर कब्जा लेने को लेकर खासा विवाद हुआ। घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस ने विरोध कर रहे किसान हरिबल और उसके पुत्र लोकेश एवं नितिन व दीपक को हिरासत में लेते हुए उनका चालान कर दिया। किसानों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर आक्रोषित किसानों ने एसडीएम कार्यालय पहुंच प्रदर्शन किया। मझौल जबरदस्तपुर के प्रधान त्रिलोक सिंह और पूर्व जिला पंचायत सदस्य नितिन यादव ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि बिना उचित मुआवजा दिए किसानोें की खड़ी फसल को रौंद दिया।
उन्होंने कहा कि प्रशासन को किसानों को उनकी भूमि का उचित मुआवजा देने के बजाए बल प्रयोग कर उन्हें कुचल रहा है। कहा कि या तो किसानोें को उनकी जमीन का अंतिम बैनामे के हिसाब से चार गुणा मुआवजा दे अथवा सर्किल रेट का चार गुणा मुआवजा देकर उनकी जमीन का अधिग्रहण करें। इस दौरान राकेश, गजेंद्र, राजेन्द्र, मनीष जयपाल, बलवीर, विशाल और नारायण सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
0 Comments