देवबंद: उच्च प्राथमिक विद्यालय साखन कलां में 6 दिसंबर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर अध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर इंचार्ज अध्यापक सय्यद वजाहत शाह ने छात्र-छात्राओं को बताया कि "डॉक्टर भीम राव अंबेडकर ने कहा था जब तक हम तीन तरह से शुद्धिकरण नही करते, तब तक हमारी स्थायी प्रगति नही हो सकती। हमे अपना आचरण सुधरना होगा, अपने बोलचाल का तरीक़ा बदलना होगा और विचारों में दृढ़ता लानी होगी"। उनके यह कथन आज भी सत्य, अनमोल और सार्थक हैं। भारतीय संविधान के संकलनकर्ता इस महान विभूति को 1990 में मरणोपरांत "भारत रत्न" से सम्मानित किया गया। इस अवसर पूजा चौधरी, वैशाली और मोहम्मद उवैस उपस्थित रहे।
समीर चौधरी/महताब आज़ाद।
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