देवबंद: विश्वविख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद में पहुंची यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के दिल्ली स्थित दूतावास की पॉलीटिकल अफेयर्स की सेकंड सेक्रेटरी मिशेल ईलम्स ने संस्था के जिम्मेदारों से मुलाकात करके दारुल उलूम देवबंद की डेढ़ सौ वर्षीय इतिहास को जाना और हर्ष जताते हुए यहां की शिक्षा एवं व्यवस्थाओं की जमकर प्रशंसा की।
इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम पहुंचीं दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के ऑफिस ऑफ पॉलिटिकल अफेयर्स की द्वितीय सचिव मिशेल ईलम्स ने उलमा से मुलाकात की, साथ ही उन्होंने संस्था के इतिहास और जंग-ए-आजादी में देवबंदी उलमा के किरदार की जानकारी हासिल की। सोमवार की देर शाम संस्था के मेहमानखाने पहुंचीं मिशेल ईलम्स ने मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी व नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी से भेंट की। इस दौरान मोहतमिम नोमानी ने उन्हें संस्था की स्थापना के उद्देश्य के बारे में बताया, साथ ही यहां दी जाने वाली शिक्षा और रहन सहन समेत अन्य विभागों के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा देश की आजादी में उलेमा के किरदार और दारुल उलूम देवबंद की सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
मिशेल ने संस्था के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद यहां की शिक्षा और व्यवस्थाओं की जमकर प्रशंसा की, साथ ही कहा कि यहां के उलमा का दुनिया में अलग मकाम है। संस्था के बारे में जितना सुना और पढ़ा यह उससे कहीं अधिक है।
इसके उपरांत मिशेल ने लाइब्रेरी में ऐतिहासिक पुस्तकों को देखा। यहां से मिशेल ईलम्स जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के आवास पर पहुंचीं और उनसे मुलाकात की। इस दौरान अभिराव घड़ियाल पटेल, मौलाना अब्दुल मालिक और मुफ्ती मोहम्मदउल्ला आदि मौजूद रहे।
समीर चौधरी।
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