मरता किसान' टूटती आस' बजाज शुगर मिल के सामने बेबस हुई सरकार, गन्ना भुगतान न होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे 20 हजार किसान परिवार।

देवबंद/नागल: बजाज शुगर मिल से जुड़े 20 हजार गन्ना किसान परिवार चीनी मिल द्वारा गन्ना भुगतान न होने से आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है। किसानों ने प्रदेश सरकार से शीघ्र गन्ना मूल्य का भुगतान कराने की मांग की है।

नागल की बजाज शुगर मिल द्वारा नवीन वर्ष की पेराई सत्र में एक माह का भी  ही गन्ना भुगतान नहीं किया गया है। जबकि पिछले वर्ष का 196 करोड बकाया गन्ना भुगतान मिल पर अभी शेष है। जिस कारण से  20 हजार परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। भुगतान न होने से किसानों को अपने परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। बसेड़ा निवासी नरेंद्र कुमार, हरीश कुमार, खटोली के आदेश कुमार, तहसीन प्रधान, नगली मेहनाज के आजाद कुमार, राकेश कुमार, पिरड़ के ओमपाल आदि किसानों ने बताया कि बजाज शुगर मिल द्वारा इस पेराई सत्र में एक भी दिन का ही भुगतान नहीं किया गया है। परिणामस्वरूप वह घर के लिए आवश्यक वस्तुएं, कीटनाशक दवाइयां व खाद समेत अन्य सामान नहीं खरीद पा रहे हैं। किसानों ने सरकार से तत्काल गन्ना भुगतान कराने  की गुहार लगाई है।  क्षेत्र के किसानों में नागल की बजाज शुगर मिल के खिलाफ भारी रोष बना हुआ है।

नागल क्षेत्र के किसान जहां बजाज शुगर मिल द्वारा गन्ना भुगतान न होने से आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग का बैंकों द्वारा किसानों की आरसी काटी जा रही है। जिसके चलते अब तक नलकूपों के कनेक्शन विद्युत निगम द्वारा काट दिए गए हैं। किसानों का आरोप है कि सरकार चीनी मिल के ऊपर तो कोई दबाव नहीं बना रही है उल्टा उनके खिलाफ आरसी की कार्रवाई की जा रही है। किसानों ने बजाज शुगर मिल पर प्रभावी कार्रवाई करने की मांग भी की है।
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आरडी द्विवेदी, जिला गन्ना अधिकारी सहारनपुर ने कहा कि 
बजाज शुगर मिल के खिलाफ आरसी के बाद अन्य सख्त कानूनी कार्रवाई की गई हैं। अगर किसानों का गन्ना भुगतान नहीं किया जाता तो अग्रिम कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।

समीर चौधरी।

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