छोटे कार्यकर्ताओं को सम्मान देकर बड़े नेता बने मुलायम, आजम खान, ठाकुर अमर सिंह और काजी रशीद मसूद जैसे नेताओं को आगे बढ़ाने में बड़ा हाथ।

छोटे कार्यकर्ताओं को सम्मान देकर बड़े नेता बने मुलायम, आजम खान, ठाकुर अमर सिंह और काजी रशीद मसूद जैसे नेताओं को आगे बढ़ाने में बड़ा हाथ।

(शिब्ली रामपुरी) 

समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर परिवार को सियासत में बढ़ावा देने के आरोप भले ही लगते रहे हो और हालांकि आरोप सही भी थे लेकिन उनकी एक सबसे बड़ी क़ाबलियत यह भी थी कि उन्होंने ऐसे कई दिग्गज नेता पॉलिटिक्स को दिए कि जिन्होंने पॉलिटिक्स में खूब नाम रोशन किया. इतना ही नहीं मुलायम सिंह यादव अपने हर साथी से लेकर पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता का पूरा सम्मान करते थे.

यहां यह कहना भी गलत नहीं होगा कि मुलायम सिंह का जिन नेताओं ने साथ छोड़ा उनमें अधिकतर नेताओं ने सियासत में लंबी पारी तो जरूर खेली लेकिन जो सम्मान उनको मुलायम के साथ रहते हुए समाजवादी पार्टी में नसीब हुआ वह फिर दूसरी सियासी पार्टियों में जाकर उनको नहीं मिल सका.
कभी मुलायम सिंह यादव के साथ एक नाम पूरे जोशो खरोश के साथ लिया जाता था वह थे समाजवादी पार्टी के नेता ठाकुर अमर सिंह.
अमर सिंह समाजवादी पार्टी में इतनी अहमियत रखते थे कि ज्यादातर कार्यक्रमों में मुलायम सिंह यादव बाद में बोलते थे पहले अमर सिंह अपने विचार रखा करते थे.
ठाकुर अमर सिंह के शब्द मुलायम के शब्द माने जाते थे. फिर बाद में ठाकुर अमर सिंह की बात कुछ पार्टी में बिगड़ गई और उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़ दी लेकिन हमेशा उन्होंने मुलायम सिंह यादव की तारीफ ही की. लंबी बीमारी के बाद ठाकुर अमर सिंह का काफी वक्त पहले निधन हो गया था.
उत्तर प्रदेश की सियासत में एक नाम काफी मशहूर रहा था.वह थे पूर्व केंद्रीय मंत्री और सहारनपुर से कई बार सांसद रह चुके काजी रशीद मसूद.
क़ाज़ी रशीद मसूद को राजनीति में आगे बढ़ाने में मुलायम सिंह का काफ़ी योगदान रहा हालांकि बाद में क़ाज़ी रशीद ने भी समाजवादी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था. कुछ साल पहले काजी रशीद मसूद भी इस दुनिया को अलविदा कह गए. काजी रशीद मसूद के भतीजे इमरान मसूद सहारनपुर में जनाधार वाले नेता माने जाते हैं वह एक बार विधायक भी रह चुके हैं और दो बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने सपा छोड़कर कांग्रेस का रूख किया लेकिन इमरान फिलहाल सपा में हैं. उनको मजबूत नेता बनाने में भी मुलायम सिंह यादव का अहम रोल रहा है.इमरान पॉलिटिक्स में उस वक़्त सबसे उभरे थे कि जब उनके चाचा क़ाज़ी रशीद मसूद सपा सांसद थे.

अब बात करते हैं समाजवादी पार्टी के उस कद्दावर नेता की कि जिन्होंने समाजवादी पार्टी की सेवा ही नहीं की बल्कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में भी उनका नाम शुमार है. समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की अगर हम बात करें तो आजम खान को भी मुलायम सिंह यादव ने राजनीति में इतना मजबूत लीडर बनाया कि आज उनकी एक अलग पहचान सबके सामने हैं. समाजवादी पार्टी की सरकार में आज़म खान का क्या रुतबा रहा करता था वो सभी जानते हैं. मुलायम सिंह यादव आजम खान का इतना सम्मान करते थे कि यदि कभी वह नाराज भी हो गए तो उनको मनाने के लिए मुलायम सिंह यादव उनके घर तक पहुंच जाते थे. माना जाता है कि आजम खान ने ही मुलायम सिंह को मुल्ला मुलायम और नेताजी शब्द से पुकारते हुए लोकप्रिय बना दिया था. आजम खान आज भी समाजवादी पार्टी में हैं।

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