मदरसों के साथ-साथ आरएसएस के स्कूलों की भी जांच और सर्वे कराया जाए, राष्ट्रवादी सेना ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन।
देवबंद: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा मदरसों का सर्वे कराए जाने के मामले को लेकर राष्ट्रवादी सेना ने भी इसे एक पक्षी कार्रवाई बताते हुए आरएसएस और सभी धर्मों के शिक्षण संस्थानों की जांच और सर्वे कराए जाने के संबंध में राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है।
बृहस्पतिवर को राष्ट्रवादी सेना के अध्यक्ष चौधरी विरेंद्र सिंह गुर्जर के नेतृत्व में एसडीएम दीपक कुमार के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को भेजा गए ज्ञापन में कहा गया है कि
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गैर मान्यता प्राप्त मदरसो के सर्वे कराये जाने व मदरसों में हो रही गतिविधियों की सत्यता जानने के आदेश पारित किये गये है। जो पूर्ण तरह से राष्ट्रहित व बच्चों के भविष्य के लिए उचित है। मगर एकपक्षीय कार्यवाही विवाद का विषय बन चुका है जो राष्ट्रहित में नहीं है और इसका दारुल उलूम देवबंद और जमीअत उलमा ए हिंद द्वारा विरोध किया जा रहा है और इस संबंध में आगामी 24 सितंबर को उन्होंने एक सम्मेलन भी बुलाया है। इसलिए दारूल उलूम देवबंद और इस्लामिक धार्मिक मदरसों के साथ-साथ सनातन धर्म, ईसाई धर्म, जैन धर्म, सिख धर्म, बोद्ध धर्म एवं आर०एस०एस० (संघ) के द्वारा चलायी जा रही शिक्षण संस्थाओं का भी सर्वे व जांच करायी जाना जरूरी है ताकि पता चल सके कि मदरसो गुरूकुलो, स्कूल, मठो व शिक्षण संस्थाओं में बच्चो को राष्ट्र विरोधी धार्मिक कट्टरता का पाठ तो नही पढ़ाया जा रहा है जो राष्ट्रीय एकता, अखण्डता के लिए खतरा हो, संविधान में सभी धर्मो को बराबर की मान्यता दी गयी है मगर जाति धर्म से ऊपर राष्ट्र सर्वोपरि है।
ज्ञापन में मदरसों के साथ-साथ अन्य धर्मों के शिक्षण संस्थानों और आर एस एस के स्कूलों का भी सर्वे और जांच कराए जाने की मांग की गई है।
ज्ञापन देने वाले में चौ० विरेन्द्र सिंह गुर्जर, वरिष्ठ गुज्जर, कुणाल गुज्जर, रोहित गुज्जर, संदीप कुमार, कुलदीप कुमार, मामचंद प्रधान, जोगिंदर, राजपाल और विश्वास सिंह आदि उपस्थित रहे।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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