पहले मोहन भागवत का बयान उसके बाद भाजपा की प्रेस रिलीज़, फिर ज़हरीले प्रवक्ताओं को बाहर का रास्ता, उल्टी गंगा कैसे बही?

पहले मोहन भागवत का बयान उसके बाद भाजपा की प्रेस रिलीज़, फिर ज़हरीले प्रवक्ताओं को बाहर का रास्ता, उल्टी गंगा कैसे बही?
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान आता है कि हर मस्जिद के अंदर शिवलिंग कियूं ढूंढा जा रहा है,दूसरे मज़हब के लोगो की पूजा पद्धति अलग है मगर उसपर सवाल नही उठाया जा सकता,भागवत यहीं नही रुके उन्होंने यहां तक कह दिया कि आरएसएस सिर्फ राम मंदिर के लिए आंदोलन कर रहा था और अब आगे इस तरह का कोई आंदोलन नही करेगा,भागवत के इस बयान को पूरे भारत मे मीडिया ने जबरदस्त कवरेज दी और विदेशी मीडिया ने भी इसको खूब छापा,उसके बाद आज अचानक भाजपा कार्यालय से एक प्रेस रिलीज जारी होती है जिसमे भाजपा ने अपना स्टैंड क्लियर किया और उसमें कहा कि भाजपा सभी मजहबों और उनके मानने वालों का एहतराम करती है और जो भी लोग दूसरे मजहबों के बारे में गलत बोलते हैं उनसे कतई इत्तेफाक नही रखती।
उसके बाद आज ही भाजपा ने अपनी उस प्रवक्ता नूपुर शर्मा और पार्टी प्रवक्ता नवीन जिंदल की पार्टी सदस्यता को सस्पेंड कर दिया जिसने अभी हाल ही में एक टीवी डिबेट में हज़रत मुहम्मद साहब के बारे में बेहद तौहीन आमेज़ शब्द इस्तेमाल किये थे जिसके बाद देश भर में कई जगह पर नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ मुकदमे भी कायम किये गए और मुसलमानों में नूपुर शर्मा के खिलाफ गुस्से का माहौल बना और कानपुर में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के शहर में मौजूद रहते हुवे हिंसा तक भड़क उठी,वहीं प्रवक्ता नवीन जिंदल भी टीवी डिबेट में मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ हमेशा ज़हर उगलते दिखाई देते थे।
पहला सवाल तो भाजपा से यही किया जा सकता है कि आखिर उनकी पार्टी के कुछ नेता और उनके साथी संगठनों के लोग आखिर हज़रत मुहम्मद साहब और मुसलमानों के खिलाफ बोलने को अपनी तरक्की की सीढ़ी कियूं समझने लगे हैं और ऐसे कौन लोग हैं जो इनको प्रमोट करते हैं,दुसरीं बात ये की आखिर देश भर के मुसलमानों के जज़्बातों से खेलने वाले ऐसे ज़हरीले लोगो पर आखिर कार्येवाहि कियूं नही होती?अगर इनपर समय रहते सख्त कार्येवाहि हो और कानून अपना काम करे तो मुसलमान का गुस्सा भी नही भड़केगा और ज़हरीले लोगो पर लगाम भी कसी जा सकेगी,आज देश भर के मुसलमानों में ये समझ विकसित होती जा रही है कि अगर मुसलमान सोशल मीडिया पर या फिर कहीं मामूली सा भी गलत बोल दे तो लंबे समय तक उसका जेल जाना तय है मगर भाजपा नेता और उनके संगठनों के लोग मुसलमानों इस्लाम और पैगम्बर के खिलाफ भी ज़हर उगले तो उनका कुछ नही बिगड़ता,
बहरहाल अब मुद्दे की बात पर आते हैं कि आखिर भागवत को वो सब कियूं कहना पड़ा जो कट्टरपंथी हिन्दू किसी कीमत पर सुनना नही चाहेगा,भाजपा को ऐसी प्रेस रिलीज आखिर कियूं जारी करनी पड़ी जो शायद भाजपा के इतिहास की पहली प्रेस रिलीज रही हो जिसको भाजपा कार्यकर्ता पढ़ना भी पसन्द न करता हो और नबी की शान में गुस्ताखी करने वाली महिला नेता को पार्टी से सस्पेंड करना पड़ा हो तो इसके पीछे ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जो अब खुली आँखों से नज़र भी आ रही है,अमेरिका यूरोप समेत कई देशों की सरकारी गैरसरकारी संस्थाएं भारत के मुसलमानों और ईसाईयों के साथ हो रहे बर्ताव पर खुलकर अपनी रिपोर्ट लिख रहे हैं और उसकी निंदा भी कर रहे हैं जिनका जवाब विदेश मंत्रालय को देना भारी पड़ रहा है वही खाड़ी देशों ने भी लंबी चुप्पी के बाद अब भारत सरकार पर इन मामलों को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है,तमाम खड़ी देशों में भारत के हर मज़हब के लोग बड़ी तादाद में जॉब कर रहे हैं और रियाल दिरहम की शक्ल में पेट्रो डॉलर देश मे ला रहे हैं मगर आज तक भी खाड़ी देशों में मुस्लिम हुकूमत होने के बावजूद किसी गैरमुस्लिम का धर्म के नाम पर उत्पीड़न का कोई मामला सामने नही आया,ऐसे मामलों में आमतौर पर खामोशी अख्तियार करने वाले दुबई ने भी पिछले दिनों कई ऐसे भारतीय युवकों पर सख्त कार्येवाहि करते हुवे उनको जेल में डाल दिया जो दुबई में रहते हुवे भी सोशल मीडिया पर इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बातें लिख रहे थे,वहीं दुबई में एक बहुत बड़े और सरकार में असरदार उद्योगपति शेट्टी को सख्त सजा देते हुवे मिसाल कायम की जिसका असर भारत तक मे देखने को मिला,सऊदी अरब सरकार भी अब ऐसे तमाम मामलों को लेकर हरकत में नज़र आ रही है और विदेश मंत्रालय से इन सब चीज़ों पर बात कर रही है जिसके बाद अब हालात थोड़ा बदलते नज़र आने लगे हैं,
ख़ैर आरएसएस और भाजपा का नया नज़रिया काफी राहत देने वाला है बशर्ते उसमें हकीकत हो सच्चाई हो कोई दिखावटीपन न हो,देश का मुसलमान अपने तमाम हिन्दू सिख ईसाई हमसायों के साथ सकून की ज़िंदगी गुजारना चाहता है,मुसलमान अब अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहता है कारोबार करना चाहता है मगर कुछ देशविरोधी ताकतें ऐसा बिल्कुल पसन्द नही करती,ऐसी ताकतें मुसलमानों को शिक्षित और अपने बराबर खड़ा हुवा देखना नही चाहती उनका मकसद मुसलमान को भड़काना उनको उत्तेजित कर हिंसा की तरफ़ जाते हुवे देखना और जेल की चक्की पीसते हुवे देखना है और उसमें उनको मज़ा आता है,
अगर भाजपा की प्रेस रिलीज और भागवत के बयानों में ज़रा भी सच्चाई है तो यकीन जानिए मुझे भारत का भविष्य उज्ज्वल नज़र आता है कियूंकि भारत का तकरीबन हिन्दू मुसलमान आपस मे मोहब्बत करता है और एक साथ मिलकर रहना चाहता है देश की तरक्की में भागीदार बनना चाहता है लेकिन अगर ये प्रेस रिलीज और बयान सिर्फ दुनिया के लिए दिखावा भर है तो फिर इस सबका कोई फायदा बिल्कुल भी नही और दुनिया भर के लोग सब देख और समझ रहे है,और रही सही कसर भाजपा के नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल जैसे प्रवक्ता पूरी कर ही रहे हैं।

फैसल खान (एडिटर यू पी 24 न्यूज़)

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