जमीयत उलेमा उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना हुसैन हरिद्वारी बने दारुल उलूम देवबंद के शिक्षा प्रभारी।

जमीयत उलेमा उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना हुसैन हरिद्वारी बने दारुल उलूम देवबंद के शिक्षा प्रभारी।
देवबंद: विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने नाजिम-ए-तालीमात (शिक्षा प्रभारी) की जिम्मेदारी मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी को सौंपी है। शिक्षा प्रभारी मौलाना खुर्शीद गयावी के इस्तीफे के कारण यह पद खाली हुआ था। जिसके बाद शूरा द्वारा मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी को नया शिक्षा प्रभारी चुना गया है।

इस संबंध में मंगलवार को दारुल उलूम देवबंद की मजलिस ए तालीमी की ओर पत्र जारी कर के मौलाना हुसैन को शूरा के फैसले से अवगत कराते हुए उन्हें शिक्षा जैसे बड़े विभाग के ज़िम्मेदारी सौंपी गई।
बता दें कि 14 और 15 मार्च को दारुल उलूम देवबंद की सुप्रीम पावर मजलिस-ए-शूरा की दो दिवसीय बैठक के दौरान नाजिम ए तालीमात मौलाना खुर्शीद गयावी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि पहले उनका इस्तीफा मंजूर ना किए जाने की खबर आई थी लेकिन बाद में शूरा ने उनका इस्तीफा मंजूर करते हुए मौलाना हुसैन हरिद्वारी को नया शिक्षा प्रभारी नियुक्त किया था। मौलाना हुसैन के शिक्षा प्रभारी चुने जाने के बाद लगातार उनके पास बधाई संदेश आ रहे हैं।

दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बताया कि मौलाना खुर्शीद गयावी के इस्तीफे के बाद शूरा ने मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी को नया नाजिम ए तालीमात (शिक्षा प्रभारी) नियुक्त किया है, जिन्होंने अपना कार्यभार संभाल लिया है।
55 वर्षीय मौलाना हुसैन उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद के एकड़ खुर्द गांव के रहने वाले हैं। 1989 में दारुल उलूम देवबंद से फारिग हुए मौलाना हुसैन 1996 ( करीब 26 साल) से दारुल उलूम देवबंद में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कई किताबें लिख चुके मौलाना हुसैन जमीअत उलेमा उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और उन्हें जमीअत उलेमा हिंद के प्रमुख व दारुल उलूम देवबंद के सदरुल मुदर्रिसीन मौलाना अरशद मदनी का करीबी समझा जाता है।
 
समीर चौधरी।

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