कभी थे बड़े राजनितिक मुखालिफ, अब गिले शिकवे भुलाकर लगेंगे एक दूसरे के गले।

कभी थे बड़े राजनितिक मुखालिफ, अब गिले शिकवे भुलाकर लगेंगे एक दूसरे के गले। 
सहारनपुर:  राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है, विरोधी भी कब अपने बन जाएं और अपने कब विरोध में खड़े हो जाएं, कुछ नहीं कहा जा सकता। ऐसा ही राजनीतिक घटनाक्रम जनपद में हुआ है। जिले के दो कद्दावर नेता डॉ. धर्म सिंह सैनी और इमरान मसूद राजनीति में हमेशा एक दूसरे के धुर-विरोधी रहे हैं, लेकिन इस बार चुनाव में दोनों सपा में शामिल हो गए। यह भी माना जा रहा है कि दोनों में सामंजस्य बनाना पार्टी नेताओं के लिए चुनौती रहेगा। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि जो पार्टी में शामिल हो गया, वह अब परिवार का सदस्य है, सभी का लक्ष्य प्रदेश से भाजपा को सत्ता से दूर कर अखिलेश यादव के नेतृत्व में नई सरकार बनाने का है।
डॉ. धर्म सिंह सैनी लगातार चार बार विधायक रह चुके हैं। जिले के सैनी समाज में उनका बड़ा प्रभाव है। वहीं जिले में जाने माने काजी परिवार के इमरान मसूद भी बड़े कद्दावर नेता हैं। वो भी मुस्लिम समाज का बड़ा चेहरा हैं। उनके समर्थकों की तादाद जिले में कम नहीं है। अभी तक इमरान मसूद कांग्रेस का झंडा उठाए थे, अब वह सपा में शामिल हो गए हैं। वहीं डॉ धर्म सिंह सैनी भी बसपा, भाजपा के टिकट पर नकुड़ (पूर्व में सरसावा) विधानसभा सीट से चार बार विधायक रहे हैं। वो भी अब राजनीतिक चोला बदल कर सपा में आ गए हैं। दोनों ही नेता राजनीति में एक दूसरे के धुर विरोधी रहे हैं। वर्ष 2012 के चुनाव में धर्म सिंह सैनी ने इमरान मसूद को पहली बार हराया था। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में दूसरी बार हराया। अब दोनों अपनी पार्टी छोड़ कर सपा में शामिल हो गए हैं।

नकुड़ से रहेगी डॉ. धर्म सिंह की दावेदारी
सहारनपुर। सपा में शामिल होने के बाद डॉ. धर्म सिंह सैनी की टिकट की दावेदारी नकुड़ विधानसभा सीट पर मानी जा रही है। अभी तक सपा की ओर से इस सीट पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामशरणदास के बेटे जगपाल दास, ओमी पंवार, लियाकत अली, साहिल खान टिकट की होड़ में हैं।
इमरान को मिल सकती है बेहट सीट
सहारनपुर। सपा में शामिल होने के बाद सियासी गलियारों में चर्चा है कि पार्टी इमरान मसूद को बेहट सीट से चुनाव लड़ा सकती है। चर्चा यह भी है कि इमरान मसूद अपने दामाद शायान मसूद को भी यहां से चुनाव लड़ा कर उन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बना सकते हैं। अभी तक सपा से इस सीट पर जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी के दामाद पूर्व एमएलसी उमर अली खां की दावेदारी है।

साभार-अमर उजाला

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