किसानों के हित में केंद्र व प्रदेश सरकारों पर गरजे कमाल अख़्तर,लगाया उत्पीड़न का आरोप (सालार ग़ाज़ी)

किसानों के हित में केंद्र व प्रदेश सरकारों पर गरजे कमाल अख़्तर,लगाया उत्पीड़न का आरोप (सालार ग़ाज़ी)हसनपुर काला खेड़ा मिल पर पूर्व मंत्री के नेतृत्व में विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन।
अमरोहा: हसनपुर काला खेड़ा में गन्ना बकाया सहित अनेक मांगों को लेकर सपा कार्यकर्ता पूर्व कैबिनेट मंत्री माननीय कमाल अख़्तर ने सोमवार को काला खेड़ा चीनी मिल के बाहर धरना देते हुए प्रदर्शन किया। भाजपा पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा गन्ना उत्तर प्रदेश में पैदा होता है। पिछ्ले पेराई सत्र के करोडों का गन्ना भुगतान चीनी मिलों ने अब तक नहीं किया है, जबकि भाजपा सरकार ने 14 दिन में गन्ने के भुगतान का वादा किया था। ऐसा न होने पर ब्याज सहित भुगतान की बात कही थी। लेकिन अब भाजपा सरकार में किसानों को गन्ना भुगतान समय से नहीं मिल रहा है। किसानों में गेहूं, आलू, धान का उचित मूल्य न मिलने से निराशा है। आर्थिक तंगी से दर्जनों किसान आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की। उन्होंने आगे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सदन में किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग कर रहे हैं। प्रदेश व केंद्र सरकार ने हर मोर्चे पर किसानों को धोखा दिया है। कर्जमाफी हो, गन्ना भुगतान हो, बिजली, खाद व कृषि उपज के दाम किसान मानसिक और आर्थिक रूप से बदहाल हैं। 

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ठोकने वाली, कुचलने वाली और मुंह बंद करने वाली सरकार है। इस सरकार में आवाज उठाने वालों पर मुकदमे लादे जा रहे हैं। वह 2022 के विधानसभा चुनाव में किसानों के उत्पीड़न, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर जनता के बीच में जाएंगे। जैसी नाराजगी भाजपा की सरकार के प्रति लोगों में दिखाई दे रही है, उसको देखते हुए लग रहा है कि सपा चार सौ सीटें जीतने जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है, यह कैसी विडम्बना है कि भाजपा सरकार अपने किए वादे भी पूरे नहीं करना चाहती है. किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में भाजपा ने एक कदम नहीं उठाया. किसानों को फसल की लागत का ड्योढ़ा मूल्य देने का वादा भी नहीं निभाया. गन्ना किसानों को न बकाया मिला ना प्राकृतिक आपदाग्रस्त किसानों को मुआवजा बंटा. भाजपा सरकार लोकतंत्र में जनादेश की उपेक्षा का गम्भीर अपराध कर रही है. उसने लोकलाज भी त्याग दिया है. किसानों के हितों के साथ खिलवाड़ के दुष्परिणाम जल्द नज़र आएंगे क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का सर्वाधिक योगदान है. किसान और खेती की बर्बादी से भारतीय अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहेगी. किसानों से समाजवादी पार्टी का जुड़ाव है. पंचायती चुनावों के नतीजों से संकेत मिल चुका है कि ऊंट किस करवट बैठेगा?

उन्होंने आगे कहा मंहगाई का मुंह रोज-ब-रोज बढ़ता ही जा रहा है. खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं. किसान और जनता पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से बुरी तरह परेशान हुए हैं. अभी बदहाली के इस दौर से लोग निकल नहीं पा रहे हैं कि अब ईंधन गैस और बिजली की दरें बढ़ाकर लोगों पर भारी बोझ डाल दिया गया उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 500 प्रतिशत और शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 69 प्रतिशत की वृद्धि की है. केवल यही नहीं, अब विद्युत विभाग द्वारा अभियान चलाकर बिजली के बिल जमा न होने के बहाने हजारों किसानों के निजी ट्यूबवेलों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं

 प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है अपराध, लूट, हत्या, बलात्कार जैसे अपराधों की बाढ़ सी आ गई है,अपराधी बेलगाम घूम रहे हैं , बिजली के दामों में दुगने से भी अधिक की वृद्धि कर दी गई है, और बिजली चैकिंग के नाम पर गरीब, मजदूरों और किसानों का शोषण कर मुकदमों के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है, बेतहाशा महंगाई, अवरुद्ध विकास, बेकारी और किसानों की बर्बादी से जिंदगी दूभर हो गई है, पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। सब्जी, फल,और खाद्य पदार्थों के भाव आसमान छूने लगे हैं। महंगाई कम करने के नाम पर वोट लेने के बाद जनता को क्यों महंगाई की आग में जला रही है भाजपा? जो महंगाई 70 सालों में भी नहीं आई, उसे भाजपा सरकार ने साल भर में कर डाला.

इस मौके पर ज़िला उपाध्यक्ष संदीप गुर्जर, आरिफ अख्तर, अनुज त्यागी, क़ासिम रज़ा, क़ासिम मकरानी, दीपक त्यागी, अंशु त्यागी, गुड्डू प्रधान, साजिद प्रधान, पवन अग्रवाल, परम सिंह खड़कवंशी प्रीतम सिंह पूर्व विधायक, मिन्टू जाटव, शीशराम जाटव, रूबी कौसर, ज़ाकिर प्रधान, फारुक प्रधान, अकील प्रधान, अफलातून, नवल कुमार जाटव, अखिलेश कुमार जाटव, विजय कुमार गौतम, साजिद खान,रिंकू जाटव,यशवंत राव मोर्य, राजकुमार जाटव, राजकुमार बाल्मीकि, राजकुमार प्रधान, शाने आलम, योगेन्द्र खड़कवंशी, खिलेंडर सिंह गुर्जर, ओमकार सिंह जाटव, यशवंत रॉव, 
अंसार प्रधान, ओंमकार, लोकेश जाटव, बबलू गौतम, मोनू कुमार धोरिया, सुनील कुमार,रोबिन कुमार,छत्रपाल सिंह जाटव, ब्रह्मपाल जाटव,अनिल कुमार गौतम,मदन पाल सिंह, कोशिंदर जाटव आदि।

रिर्पोट: सालार गाजी
Posted By Sameer Chaudhary
DT Network

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