गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने के विवाद को लेकर जारी विवाद पर हरियाणा विधानसभा में जबरदस्त हंगामा, कांग्रेस विधायक और मुख्यमंत्री खट्टर के बीच तीखी नोकझोंक।

गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने के विवाद को लेकर जारी विवाद पर हरियाणा विधानसभा में जबरदस्त हंगामा, कांग्रेस विधायक और मुख्यमंत्री खट्टर के बीच तीखी नोकझोंक।
चंडीगढ़, नूंह मेवात (आमिर हुसैन मेवाती) हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुग्राम में जुमे की नमाज को लेकर जारी विवाद पर जबरदस्त हंगामा हुआ। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने विधानसभा ने यह मुद्दा उठाते हुए शरारती तत्वों पर कार्रवाई करने की मांग की और हरियाणा सरकार पर उन्हें संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए नमाज को लेकर दिए गए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बयान की कड़ी निंदा की। जिसके बाद विधानसभा में आफताब अहमद और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच काफी तीखी नोकझोंक हुई।
                  कांग्रेस विधायक आफताब अहमद।
आफताब अहमद ने गुरुग्राम की वक्फ संपत्तियों को कब्जा मुक्त कराने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को नमाज पढ़ने वालों को संरक्षण देने के बजाय शरारती तत्वों को बढ़ावा दे रही है और वक्फ संपत्तियों को खाली नहीं कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने को लेकर जो बयान दिया था वह निंदनीय है। कांग्रेस विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री को वक्फ संपत्तियों की पूरी जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से खुले में नमाज पढ़ने को लेकर कुछ शरारती तत्व विवाद कर रहे हैं सरकार को यह विवाद सुलझने के बजाय खामोश रहकर तमाशा देख रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को आगे बढ़कर इस समस्या को सुलझाने का काम करना चाहिए था। कांग्रेसी विधायक ने कहा कि यह मात्र मुट्ठी भर लोग हैं जो गुरुग्राम में नमाज पढ़ने का विरोध कर रहे हैं।
बता दे इससे पहले गुरुग्राम नमाज के मसले को पूर्व मंत्री  कांग्रेस विधायक मोहम्मद इलयास और फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मम्मन खान भी इस मुद्दा को हरियाणा विधानसभा में उठा चुके है। उनका कहना है कि मुसलमानों का नमाज पढ़ना मौलिक अधिकार है उससे रोका नहीं जा सकता अगर सरकार वक्फ संपत्तियों को कब्जा मुक्त करा दे तो मुसलमानों को खुले में नमाज पढ़ने की जरूरत नहीं होगी।

विधायक आफताब अहमद ने नूह में बताया कि सरकार इस मुद्दे को हल नहीं करना चाहती बल्कि इस मामले को लेकर प्रदेश में हिंदू मुसलमानों के बीच लोगों को बांटकर राजनीति करने की कोशिश कर रही है।
उधर, जमीअत उलमा हिंद के मौलाना साबिर कासमी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार जल्द से जल्द वक्फ बोर्ड की सभी संपत्तियों से सरकारी और गैर सरकारी कब्जा मुक्त करा के वक्फ जमीनों को मुसलमानों के हवाले करे ताके यह समस्या हमेशा के लिए खत्म हो सके।

DT Network

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