लापरवाही के चलते बदहाल बन कर रह गया देवबंद का इंदिरा पार्क, पार्क के सौंदर्यकरण में पालिका को नहीं है कोई दिलचस्पी।

लापरवाही के चलते बदहाल बन कर रह गया देवबंद का इंदिरा पार्क, पार्क के सौंदर्यकरण में पालिका को नहीं है कोई दिलचस्पी।

देवबंद: धार्मिक व एतिहासिक नगरी देवबंद के मोहल्ला खानकाह स्थित नगर का एक मात्र पार्क पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते अपना स्वरूप खो चुका है। इतना ही नहीं बरसात के मौसम में पार्क ने तालाब का रूप धारण कर लिया है। जिसमें बच्चें खेलने के बजाए नहाते हुए नजर आ रहे हैं।

वर्ष 1989 में पालिकाध्यक्ष स्व. आशिक अंसारी के समय में नगर के मोहल्ला खानकाह में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर बनाया गया इंदिरा पार्क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। देख-रेख के आभाव में पार्क में लगे झूले दशकों पहले ही टूट चुके हैं। इतना ही नहीं पार्क के बीचों बीच बना फाउंटेन भी सालों से खराब है। लेकिन इसकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। नगर के इस एक मात्र पार्क के सौंदर्यकरण की मांग नगरवासियों द्वारा लम्बे समय से की जा रही है। लेकिन नगर पालिका इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। पिछले करीब दो सप्ताह से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पार्क पानी से लबालब हो जाने के कारण तालाब का रुप ले चुका है। बच्चे इसमें खेलने के बजाए नहाते हुए नजर आ रहे हैं। तालाब का रूप ले चुका यह पार्क कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। क्योंकि पार्क में एक ओर विद्युत ट्रांसफार्मर रखा हुआ है तो दूसरी और पेयजल आपूर्ति के लिए बोरिंग भी मौजूद है। बरसाती पानी भरने के कारण इसमें करंट उतर जाने का खतरा बना हुआ है। नगर के जागरुक लोगों सैयद वजाहत शाह का कहना है कि पालिका से इस संबंध में अनेकों बार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन आज तक सौंदर्यकरण के नाम पर इसमें एक रुपया भी नहीं लगाया गया। सभासद पुत्र दिलशाद चार्ली का कहना है कि नगर का पहला और सबसे पुराना इंदिरा पार्क आज राजनीति का शिकार है। पालिका को इसके सौंदर्यकरण के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।

डीके रॉय, ईओ नगर पालिका देवबंद ने कहा कि 15वेें वित्त आयोग के तहत पार्क में इंटरलॉकिंग का कार्य जल्द कराया जाएगा। उसी के साथ पानी निकासी के लिए पार्क के चारों और नाली का निर्माण भी कराया जाएगा। इसके साथ ही सौंदर्यकरण के अन्य कार्य भी कराए जाएंगे।


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