मेरी जिंदगी का मकसद मुसलमानों को मजबूत राजनीतिक ताकत बनाना है, सहारनपुर पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी अखिलेश यादव सहित सेकुलर पार्टियों पर खूब बरसे।

मेरी जिंदगी का मकसद मुसलमानों को मजबूत राजनीतिक ताकत बनाना है, सहारनपुर पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी अखिलेश यादव सहित सेकुलर पार्टियों पर खूब बरसे।

सहारनपुर: सहारनपुर पहुंच कर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रैली को संबोधित किया और अपनी कयादत को मजबूत करने पर जोर दिया। कहा कि हम मुसलमान के लिए सड़कों से लेकर संसद तक लड़ रहे हैं लेकिन आपके 70 साल तक वोट लेने वाले आपको अपने मंच तक पर जगह नहीं देते।

रविवार को सहारनपुर में जनता रोड पर स्थित खुर्द बस स्टैंड पर आयोजित सोशत वंचित समाज और मजलिस के संयुक्त कार्यक्रम में असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस, सपा, बसपा और भाजपा पर निशाना साधा और पूरे देश में मुसलमानों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार का जिक्र किया, कहा अगर अपने नेता नहीं चुने गए तो आने वाला समय बहुत गंभीर होगा। उन्होंने कहा कि तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल इस देश के मुसलमानों का 75 वर्षों से शोषण कर रहे हैं। जब तक वे अपने नेतृत्व को मजबूत नहीं करेंगे, भारत के मुसलमान मजबूत नहीं हो सकते। हमें न्याय और अधिकारों के लिए एकजुट होना होगा, क्योंकि आज हमारी कोई पार्टी और नेता नहीं, कोई नेतृत्व नहीं, शिक्षा नहीं, हमें आतंकवादी बना दिया गया है, हमारे निर्दोष युवा जेलों में सड़ रहे हैं, एनकाउंटर में मारे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस, जिन्हें आप 70 साल से धर्मनिरपेक्ष दल के रूप में वोट दे रहे हैं, आप के मुद्दों को लेकर कभी सड़कों पर नहीं आए। हमने सीएए, एनआरसी, तीन तलाक जैसे मुद्दों पर संसद में आवाज उठाई है लेकिन कांग्रेस और सपा ने अपना मुंह नहीं खोला है, उन्होंने कहा, हम इसके खिलाफ आवाज उठाना जारी रखेंगे। 

ऊन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव के बाद एनपीआर आएगा, जिसे एनआरसी से जोड़ा जाएगा, लेकिन कोई भी आपको यह नहीं बताएगा कि आपको अपने कागजात सही कराने चाहिए, इसलिए आपको जागने की जरूरत है।

असदुद्दीन ओवैसी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला किया और कहा है कि वह हाल ही में सहारनपुर आए थे लेकिन किसी मुस्लिम नेता को उनके मंच पर जगह नहीं मिली आप उन्हें अपना नेता मानते हैं। उन्होंने कहा कि आज आपको बीजेपी का डर दिखाकर साजिश के तहत असदुद्दीन ओवैसी और मजलिस से दूर किया जा रहा है, लेकिन मुझे बताएं कि बीजेपी यहां 2014, 2017 और 2019 के चुनावों में क्यों जीती? जब कांग्रेस और सपा और बसपा और समाजवादी पार्टी गठबंधन ने भी काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश के मुसलमानों के वोट का अवमूल्य किया गया है, इसलिए मैं उत्तर प्रदेश इसलिए आया हूं ताकि आप लोगो को एक मंच पर इकट्ठा कर सकूं ताकि आप अपने अधिकारों और न्याय के लिए लड़ सकें। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और कांग्रेस आपसे कभी बात नहीं करेंगे क्योंकि वे आपको मजबूर समझते हैं। 

असदुद्दीन ओवैसी ने कल गृह मंत्री अमित शाह के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश के गृहमंत्री अमित शाह जिस तरह से एक संप्रदाय को भड़का रहे हैं वह बहुत खतरनाक है क्योंकि अगर कोई इस बयान पर प्रतिक्रिया देता है तो उसका जिम्मेदारी है? ओवैसी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर भी निशाना साधा और देवबंद क्षेत्र में स्थापित किए जा रहे जमीयत उलेमा-ए-हिंद के स्काउट गाइड सेंटर का हवाला देते हुए कहा कि बीजेपी विधायक ने सेंटर के काम को इसलिए रुकवा दिया क्योंकि यह बच्चों के प्रशिक्षण सेंटर मौलाना महमूद मदनी बना रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार नफरत और वोट बैंक की राजनीति कर रही है। गोरखपुर में एक व्यापारी की मौत हो जाती है, सरकार 51 लाख रुपये और अखिलेश यादव 21 लाख रुपये देते है। लेकिन उन्नाव में मरने वाले एक मुस्लिम युवक के घरवालों का कोई हालचाल जानने तक नहीं पहुंचता। उन्होंने कहा कि आज मुसलमानों के खिलाफ हर तरह की कार्रवाई की जा रही है, जिनके पूर्वजों ने इस देश को आजादी दिलाई। 

उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्गों और पूर्वजों ने इस देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था लेकिन आज मुसलमानों के साथ दूसरे दर्जे के शहरी जैसा व्यवहार किया जा रहा है। इसलिए मुसलमानों को समझना चाहिए कि जब तक उनका अपना नेतृत्व नहीं होगा, मुसलमान मजबूत नहीं हो सकते और देश का लोकतंत्र भी मजबूत नहीं किया जा सकता है। ओवैसी ने कहा, 'मैं किसी धर्म या वर्ग के खिलाफ नहीं हूं लेकिन जिस तरह से सरकार एक वर्ग के खिलाफ एक सूत्री एजेंडा पर काम कर रही है वह देश के लिए बेहद घातक है। उन्होंने कहा कि जिस समाज में नेता नहीं होगा उसे कभी न्याय नहीं मिलेगा, उन्हें उनका अधिकार नहीं मिलेगा और उन्हें न्याय नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, 'अगर भविष्य में आप लोकतांत्रिक शक्ति का इस्तेमाल करते हुए अपने वोट से मजलिस के विधायकों को यहां से चुनते हैं, तो हम उन्हें किसी भी उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने की पूरी आजादी देंगे।उन्होंने मुस्लिम समुदाय को लोकतांत्रिक तरीके से न्याय दिलाने का वादा किया। "मेरे जीवन का उद्देश्य मुसलमानों की राजनीतिक शक्ति को बढ़ाना है,"। असदुद्दीन ओवैसी ने करीब एक घंटे तक भाषण दिया। इससे पहले सहारनपुर पहुंचने पर मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-मुस्लिमीन के कार्यकर्ताओं ने असदुद्दीन ओवैसी का गर्मजोशी से स्वागत किया। ओवैसी को सुनने के लिए यहां भारी भीड़ उमड़ी थी। वहीं, सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-मुसलमीन के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली, महासचिव राज्य डॉ. पवन अम्बेडकर, डॉ. मन्नान जिला अध्यक्ष वसीम अहमद और मरगूब अहमद आदि ने भी संबोधित किया।

मुसलमानों की बदहाली को लेकर सर्कुलर पार्टियों पर बरसे ओवैसी।

सहारनपुर में असदुद्दीन ओवैसी ने जहां मुस्लिमों की बदहाली को सामने रखा वहीं उन्होंने वर्तमान सेकुलर पार्टियों पर भी जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने अपने संबोधन में सबसे ज्यादा मुस्लिम समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को सोचना होगा कि कब तक वह ऐसी पार्टियों के बहकावे में आते रहेंगे जो मुसलमानों को गुमराह करते आए हैं। उन्होंने कहा अब समय आ गया है कि मुस्लिम अपना सियासी नेतृत्व मज़बूत करें और ये तभी होगा जब मुसलमान जागरूक होंगे।

समीर चौधरी

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