देवबंद: सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा जैसा तराना लिखने वाले महान शायर अल्लामा इकबाल का जन्मदिवस शनिवार को योम-ए-उर्दू के रूप में मनाया गया। विभिन्न स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। छात्र-छात्राओं ने उर्दू जुबान की मिठास और खूबसूरती पर अपने ख्याल पेश किए।
पब्लिक गल्र्स इंटर कालेज में आयोजित हुए कार्यक्रम में छात्रा हमीदा और उमामा रूही ने तकरीर के जरीये उर्दू जुबान की अहमियत पर रोशनी डाली। तैयबा, अरीशा, आलिमा, बुशरा, सादिका, वजीहा ने तराना पेश किया। इस दौरान कालेज की प्रधानाचार्या सबा हसीब सिद्दीकी ने कहा कि उर्दू दुनिया पांचवी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली जुबान है। मदरसों से उर्दू जिंदा है और मुशायरे भी हिफाजत का काम कर रहे हैं। हम सबको उर्दू जुबान अपनानी चाहिए। संचालन जेबा और रूबीना ने किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि सालेहा और खालिदा समेत स्कूल का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
वही, ईदगाह रोड स्थित ड्रीम लेंड पब्लिक स्कूल में भी योम ए उर्दू पर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जिसमें बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसके अलावा बच्चों ने उर्दू जुबान में तकरीर के साथ ही खूबसूरत शेर भी सुनाए। स्कूल के मैनेजर डा. अनवर पाशा, प्रधानाचार्या नुज़हत पाशा, नबील मसूदी समेत स्कूल का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
समीर चौधरी।
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