संत योगी जी महाराज का देहांत, अनुयायियों में शोक की लहर, सैनपुर स्थित आश्रम में दी गई भू समाधि, गणमान्य रहे मौजूद।

देवबंद: संत शिरोमणि सतगुरु रविदास महाराज की शिक्षा के प्रचारक और सैनपुर गांव स्थित सतगुरु रविदास योगाश्रम के संस्थापक संत योगी जी महाराज का देहांत हो गया। रविवार को नम आंखों के बीच उन्हें आश्रम में भू समाधि दी गई। महाराज के निधन से अनुयायियों में शोक की लहर है।

पांच जनवरी 1959 को तहसील क्षेत्र के गांव बीबीपुर में जन्मे योगी महाराज की बचपन से भक्ति में रूचि रही। इन्होंने संतों की संगत और सेवा भाव से आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति की। योगी बाबा आध्यात्मिक ज्ञान के बूते प्रचारक बने और सतगुरु रविदास महाराज की शिक्षा समाज में फैलाने में जुट गए। उन्होंने संत शिरोमणि गुरु रविदास योगाश्रम सैनपुर (शहजादपुर) देवबंद और नागल के भाटखेड़ी में आश्रमों की स्थापना की। शनिवार देर शाम उनका निधन हुआ। रविवार दोपहर उनके सैनपुर स्थित आश्रम में उन्हें भूमि समाधि दी गई। इस मौके पर आचार्य जसवीर दास, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष माजिद अली, पूर्व विधायक रविंद्र मोल्हू, देवपाल सिंह, बालेश्वर प्रसाद एड., अरविंद सिंघल, केपी सिंह पटवारी, कविता देवी, महेंद्र, शीतल नाथ, योगी बालकनाथ चैतनपुरी, ओमवीर सिंह, राजपाल कर्णवाल, सुभाष चंद्रा, सुशील जायसवाल, कृष्ण दास समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
महताब आज़ाद।

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