वर्ल्ड ब्लड डोनर डे पर "इकराम उल हक मैमोरियल ट्रस्ट" की ओर से इस्लामिया डिग्री कालेज में रक्तदान शिविर का आयोजन।

देवबंद: इकराम उल हक मैमोरियल ट्रस्ट (आईएचएम) देवबन्द एवं सुधार ब्लड बैंक देवबंद के सहयोग से वर्ल्ड ब्लड डोनर डे के अवसर पर आई. एच. एम. ओडिटोरियम (इस्लामिया डिग्री कॉलिज) में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें रक्तदान के साथ-साथ सभी ब्लड टेस्ट फी किए गए। 

संस्था के सचिव डॉक्टर अजीमुल हक ने बताया कि रक्तदान शिविर में कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। हमारे समाज का प्रति एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन-तीन महीन में नियमित रूप से रक्तदान करें तो देश में खून की कमी से किसी जरूरतमंद की जान नहीं जाएगी। साथ ही नियमित रक्तदान से शरीर में नए रक्त का संचार होता है। साथ ही सुधार ब्लड बैक देवबन्द के डा० एम.एस. अन्सारी, मौ० गाजी, पूजा, अमरीन, अहकाम अफसर एवं उनकी पूरी टीम के सहयोग के लिये आभार प्रकट किया।
वकील अहमद ने बताया कि रक्तदान करना मानवता की सच्ची सेवा है। इस आयोजन में स्थानीय लोगों के साथ साथ कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों ने भी ब्लड डोनेट किया। आज के माहौल में इस तरह के कार्य सराहनीय हैं। साथ ही ब्लह डोनेट करने से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता बल्कि ऐसी कई रिसर्च है जिनसे पता चलता है कि लगातार रक्तदान करने वालों का स्वास्थ्य काफी बेहतर रहता है। रक्तदान से जुड़े मिथकों को तोड़कर आप बेफिक्र रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने के बाद आप शरीर में पानी की कमी या थकान महसूस नहीं करेंगे। बस तरल पदार्थ लेते रहिए और अच्छा खाना खाइए रक्तदान के बाद आप अपने रोज के काम पर आसानी से लौट सकते हैं। खून देने के बाद बेचौनी या बेहोशी जैसा कुछ नहीं होता है। रक्तदान करने की कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं होती। शाकाहारी लोग भी रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान की पूरी प्रक्रिया 15-20 मिनट की होती है। इसमें से सिर्फ 3 मिनट ही आपके शरीर से खून लिया जाता है। इस कैंप में 95 व्यक्तियों ने रक्तदान किया। ट्रस्ट के प्रोजेक्ट हेड फर्रुख सिद्दीकी द्वारा सभी रक्तदाताओं का धन्यवाद किया एवं मैडल पहनाकर भविष्य में भी इस महादान के लिये प्रोत्साहित किया।

समीर चौधरी

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