स्वीडन में पवित्र कुरान पाक जलाने के बाद भड़की हिंसा, इस्लामिक देशों की ओर से कड़ी निंदा, स्वीडन सरकार से कार्रवाई की मांग।

स्वीडन में पवित्र कुरान पाक जलाने के बाद भड़की हिंसा, इस्लामिक देशों की ओर से कड़ी निंदा, स्वीडन सरकार से कार्रवाई की मांग।
नई दिल्ली: स्वीडन में धुर दक्षिणपंथी गुटों की पवित्र क़ुरान ए पाक जलाने की निंदनीय योजना को लेकर हिंसक झड़प हो गई, पुलिस और नाराज़ लोगों के बीच हुई झड़प में 40 से अधिक लोग गिरफ़्तार हुए हैं। ओआईसी सहित कई देशों ने स्वीडन में हुई इस घटना की कड़ी आलोचना की है।
स्वीडन के दक्षिणपंथी नेता रासमुस पालूदान ने कई रैलियों का आयोजन किया था और कहा था कि उन्होंने क़ुरान की एक प्रति जलाई है और वे आगे भी ऐसा करना चाहते हैं।
बीबीसी के अनुसार, शनिवार को पुलिस की उपस्थिति में धुर दक्षिणपंथी नेता रासमुस पालूदान ने दक्षिणी शहर लिंकोपिंग में जाकर क़ुरान को जलाने की कोशिश की, इसके बाद इस पार्टी के सदस्यों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प भी हुई।

सऊदी अरब और ईरान ने स्वीडन की घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है और स्वीडन से कड़ी कार्रवाई करने को कहा है, ईरान और इराक़ ने स्वीडन के राजदूत को बुलाकर अपना विरोध दर्ज कराया है। स्वीडन के नेशनल पुलिस प्रमुख आंद्रे थॉर्नबर्ग ने कहा है कि उन्होंने नॉरकोपिंग में ऐसी हिंसक घटनाएँ पहले नहीं देखी है। इसके अलावा लिंककोपिंग में भी ऐसी ही हिंसा हुई है। सोमवार को स्वीडन की पुलिस ने जानकारी है कि हिंसा में 26 पुलिस अधिकारी और 14 आम लोग घायल हुए हैं. पुलिस के मुताबिक़ हिंसा में 20 वाहनों को नुक़सान पहुँचाया गया है।
इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के महासचिव ने स्वीडन में पवित्र क़ुरान की प्रति जलाए जाने की आलोचना की है, ओआईसी का कहना है कि ऐसी घटनाएँ स्वीडन के लिंकोपिंग, नॉरकोपिंग और अन्य शहरों में हो रही हैं। ओआईसी के महासचिव का कहना है कि स्वीडन में धुर दक्षिणपंथी गुटों की ये कार्रवाई इस्लामोफ़ोबिया के बारे में फैलाई जा रही धारणा के बारे में मुस्लिम जगत की चिंता को और पुष्ट किया है। उन्होंने कहा कि ये घटना आयोजकों की नस्लवादी और द्वेषपूर्ण मानसिकता की स्पष्ट अभिव्यक्ति है और उनकी कार्रवाई सभ्य समाज के सभी स्वीकृत मानदंडों और मूल्यों के ख़िलाफ़ है।
ईरान ने स्वीडन में क़ुरान जलाने की कोशिश की घटना पर कड़ी प्रतक्रिया दी है, ईरान के विदेश मंत्रालय ने इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि रमज़ान के पवित्र महीने में क़ुरान के साथ बेअदबी ईशनिंदा है। 

बीबीसी हिंदी के इनपुट्स के साथ।

Post a Comment

0 Comments

देश