शामली: गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के आए नतीजों में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है वहीं कई मंत्रियों को हार का मुंह भी देखना पड़ा है, हालांकि हॉट सीट बनी कैराना में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी लेकिन जेल में बंद सपा प्रत्याशी और विधायक नाहिद हसन ने एक बार फिर कैराना से बड़ी जीत हासिल की है।
नाहिद लगातार तीसरी बार कैराना से विधायक चुने गए हैं, नाहिद की इस जीत में इस बार उनकी बहन इकरा हसन की मुख्य भूमिका है।
गैंगस्टर की सहित कई मुकदमों में जेल में बंद नाहिद हसन के चुनाव की पूरी कमान लंदन से लॉ की डिग्री लेकर लौटी उनकी बहन इकरा हसन ने संभाली हुई थी। गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने कैराना को फतह करने के लिए यहां की खाक छानी थी और गली-गली पर्चे बांटकर यहां से पलायन मुद्दे को एक बार फिर गर्म करने का की कोशिश की थी लेकिन यहां की जनता ने उसे पूरी तरह नकार दिया है और एक बार फिर करीब 26000 वोटों से नाहिद को विजय बनाया है।
इकरा हसन का कहना है कि यह चुनाव नाहिद हसन वर्सेस पूरी बीजेपी था, यह मात्र एक कैंडिडेट का चुनाव नहीं था बल्कि बीजेपी की पूरी ताकत यहां लगी हुई थी यह हमारी ऐतिहासिक जीत है। उन्होंने जनता का आभार व्यक्त किया। नाहिद हसन को 131000 वोट जबकि मार्गांग सिंह को 105000 वोट मिले हैं।
शामली जिले की दूसरी सीट थाना भवन से भी आरएलडी के उम्मीदवार अशरफ अली ने प्रदेश सरकार में गन्ना मंत्री सुरेश राणा को करीब दस हजार वोटों से शिकस्त दी है।
शामली से आरएलडी के पर्सन कुमार ने बीजेपी के तिजेद्र सिंह को करीब 8000 वोटों से हराया है।
खास बात यह है कि शामली जिले की तीनों सीटों पर बसपा कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई, मात्र थाना भवन में उसे 11000 वोट मिले हैं जब के शामली में 8000 और कैराना में तो मात्र 2000 वोट ही मायावती की बसपा हासिल कर सकी है।
समीर चौधरी।
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