जानिए कौन थीं पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख, जिन्हें गूगल ने बेहतरीन डूडल बनाकर किया याद।
नई दिल्ली: भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख को गूगल ने डूडल बनाकर शानदार तरीके से खिराज ए अकीदत पेश किया है। फातिमा शेख ने करीब 170 साल पहले 1848 में भारत में बालिकाओं की शिक्षा के लिए बड़े स्तर पर काम शुरू किया था और समाज सुधारक ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर इसे मिशन बनाया था। गूगल के डूडल में नजर आने वाली महिला भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका है और उनकी 191वीं जयंती है। गूगल ने उनके प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए ये बेहतरीन गूगल डूडल तैयार किया है। फातिमा शेख ने समाज सुधारक ज्योति बा फुले और सावित्री बाई फुले के साथ मिलकर 1848 में एक स्वदेशी पुस्तकालय की शुरुआती की थी।
फातिमा शेख का जन्म 9 जनवरी 1831 को पुणे में हुआ था। आज यानी 9 जनवरी को गूगल ने एक खास गूगल डूडल तैयार किया है। गूगल के डूडल में नजर आने वाली महिला भारत की पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका है और उनकी 191वीं जयंती है। गूगल ने उनके प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए ये बेहतरीन गूगल डूडल तैयार किया है।
फातिमा शेख अपने भाई उस्मान के साथ रहा करती थीं, जब फुले दंपती को दलित व गरीबों को शिक्षा देने के विरोध में उनके पिता ने घर से निकाल दिया था, तब उस्मान और फातिमा ने उन्हें अपने घर में पनाह दी थी।
इसके बाद स्वदेशी पुस्तकालय की स्थापना इन्हें के घर से हुई है। इसके बाद फातिमा शेख और फुले दंपती ने समाज के गरीब लोगों व मुस्लिम महिलाओं को शिक्षि देने का एक जुझार कार्य शुरू किया था।
फातिमा शेख बच्चों को अपने घर में पढ़ने के लिए घर-घर से बुलाकर लाया करती थीं. ऐसा करने से फातिमा शेक और फुले दंपति हमेशा के लिए भारतीय इतिहास में अमर हो गए. बताते चलें कि गूगल ऐसे लोगों के लिए अक्सर डूडल तैयार करता रहता है और उनके प्रति अपना सम्मान जाहिर करता रहता है।
0 Comments