मौलाना सैयद रबी हसनी नदवी एक बार फिर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष चुने गए, मौलाना सैयद अरशद मदनी उपाध्यक्ष और मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी बने महासचिव।

मौलाना सैयद रबी हसनी नदवी एक बार फिर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष चुने गए, मौलाना सैयद अरशद मदनी उपाध्यक्ष और मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी बने महासचिव।
कानपुर: मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन ऑल मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की 27वीं दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक कानपुर में चल रही है, जिसमें हजरत मौलाना सैयद रबी हसनी नदवी को एक बार फिर सर्वसम्मति से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दारुल उलूम देवबंद के सदर मुदर्रिस मौलाना सैयद अरशद मदनी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष चुने गए। मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव पद के लिए चुना गया है, जो मौलाना वली रहमानी के निधन के बाद से खाली था।

इससे पहले शनिवार को अपने अध्यक्षीय संबोधन में मौलाना सैयद रबी हसनी नदवी ने कहा कि मौजूदा हालात में मुसलमानों को अपने मतभेदों को भुलाकर हालात का सामना करने के लिए एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों को ज्यादा ध्यान देने और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सरकार समेत देश में अल्पसंख्यक समुदाय को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। मौलाना ने कहा कि मुसलमानों को अपनी शिक्षा और सभ्यता के लिए चिंतित होना चाहिए और उनके मतभेदों को अपनी सीमा से आगे नहीं जाने देना चाहिए।मुसलमान समाज आज अपने मतभेदों के कारण कई कठिनाइयों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि समाज की एकता बलिदान चाहती है इसलिए सभी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो चीजें खामोशी से की जा सकती हैं उन्हें प्रचारित नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे मामले और खराब हो जाते और अभियान विफल होता है।
बता दें कि मौलाना सैयद रबी हसनी नदवी को तीन साल की अवधि के लिए एक बार फिर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया है। जबकि महासचिव मौलाना वली रहमानी के इंतकाल के बाद से खाली हुए इस पद के लिए मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी को चुना गया।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी को मौलाना क्लब सादिक की मृत्यु से खाली हुए उपाध्यक्ष पद के लिए सर्वसम्मति से चुने गए। प्रोफेसर सैय्यद अली मुहम्मद नकवी (पूर्व प्रोफेसर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) को भी सर्वसम्मति उपाध्यक्ष चुना गया है। बैठक के दौरान मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-मुसलमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असद-उद-दीन ओवैसी, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी, मौलाना सैयद महमूद मदनी, मौलाना अब्दुल्लाह मुगेसी, मौलाना क्लब जवाद, मौलाना असगर इमाम, मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली, कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद, मौलाना महमूद दरियाबादी, सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद थे।

समीर चौधरी।

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