भूखे रहकर भी तालीम का दामन ना छोड़ें : मुफ़्ती सालिम (सालार ग़ाज़ी)

भूखे रहकर भी तालीम का दामन ना छोड़ें : मुफ़्ती सालिम (सालार ग़ाज़ी)
मुस्लिम कमेटी अमरोहा के तत्वधान में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के 17 दिवसीय कार्यक्रम का 9वा जलसा।

अमरोहा: मुस्लिम कमेटी अमरोहा के तत्वधान में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के 17 दिवसीय कार्यक्रम का 9वा जलसा मस्जिद सब्ज गुंबद मोहल्ला कोट में बाद नमाज ईशा जिसकी सदारत हाजी फिरोज अहमद खान मुनक़्क़ीद हुआ, अनस मिर्ज़ा ने तिलावते कुराने पाक से जलसे का आगाज़ किया, इसके बाद वसीम अमरोही, अनस मिर्जा, हबीब अहमद एडवोकेट, अमजद अमरोही, जुबेर इब्ने सेफी, हाफिज शमीम अहमद अमरोही ने नातिया कलाम पेश किए। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हजरत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद सालिम उस्ताद ए हदीस मदरसा इस्लामिया अरेबिया जामा मस्जिद अमरोहा ने जलसे को खिताब करते हुए फरमाया कि कुरान और इस्लाम ने सबसे पहले दुनिया के अंदर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वसल्लम को भेजकर तालीम का दरस दिया और कहा कि तालीम शिक्षा एजुकेशन हासिल करके ही दुनिया के अंदर जहालत को मिटाया जा सकता है, दुनिया के हर वह कोम तरक्की कर सकती है जो तालीम हासिल करने के लिए कोशा रहे, उन्होंने फरमाया के तालीम हासिल करके एक अच्छी मां एक अच्छी बीवी एक अच्छी बहन बन सकती है इसी तरह तालीम हासिल करके कोई भी इंसान एक अच्छा शोहर अच्छा बाप बन सकता है उन्होंने कहा कि इल्म हासिल करना हर इंसान का फर्ज है तालीम चाय दीनी हो या दुनियावी हो यह किसी भी भाषा में हो उसको हासिल करना हमारे लिए बहुत जरूरी है उन्होंने फरमाया कि हम भूखे रहकर भी तालीम का दामन ना छोड़े आज तालीम से ही पूरी दुनिया के अंदर जिन्होंने तालीम हासिल की वही काम है आज तरक्की कर रही है समाज को आज तालीम की बेहद जरूरत है और तालीम के जरिए ही हम पूरी दुनिया के अंदर अपनी बात पहुंचा सकते हैं उन्हें मोबाइल पर तंज़ करते हुए कहा के मोबाइल के जरिए आज समाज मे इतनी खराबी हो गई है उसे दूर करने के लिए मोबाइल का सही इस्तेमाल करना जरूरी है।

उन्होंने मिसाल देकर बताया कि एक बच्चे से स्कूल में जब सवाल पूछा गया कि तुम क्या बनना चाहते हो तो उस बच्चे ने बताया कि मैं मोबाइल बनना चाहता हूं उस्ताद ने पूछा किंतु मोबाइल क्यों बनना चाहते हो बच्चे ने जवाब दिया कि मेरे में मेरे मां-बाप मोबाइल से ज्यादा प्यार करते हैं इसलिए अगर मैं मोबाइल बनूँगा तो मेरे माँ बाप मुझसे ज्यादा प्यार करेंगे, आज के समाज में मोबाइल की जरूरत हर इंसान को है लेकिन उसका सही इस्तेमाल आप तभी कर सकते हैं जब आप शिक्षित शिक्षित हो और आप उसका इस्तेमाल अच्छाई के लिए करें मोबाइल का इस्तेमाल बुराई से बचने के लिए करने पर जोर दिया। उन्होंने आगे फरमाया कि हम अच्छे इंसान तभी बन सकते हैं जब हम तालीम हासिल करें कार्यक्रम का संचालन हाजी खुर्शीद अनवर ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से कमेटी के अध्यक्ष हाजी नसीम खा, मंसूर अहमद एडवोकेट, निराले अंसारी, सरताज अलम मंसूरी, सादिक पहलवान, अली इमाम रिजवी, ओवैस मुस्तफा रिजवी, मरगूब सिद्दीकी, सूफी निशात, मोहम्मद आलम अंसारी, सरकार आलम, मौलाना मासूम, मोहम्मद दानिश अंसारी, रफी चौधरी, इकराम जैदी, कमर नकवी, फहीम शाहनवाज़, इक़रार अहमद अंसारी पूर्व सभासद आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। अंत में कार्यक्रम के संयोजक फिरोज अहमद सिद्दीकी ने सभी लोगों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम स्थल के बाहर कोविड-19 से बचने के लिए मास्क सैनिटाइजर की उचित व्यवस्था मुस्लिम कमेटी के माध्यम से की गई थी कार्यक्रम के उपरांत अध्यक्ष ने कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।

रिर्पोट: सालार गाजी
Posted By: Sameer Chaudhary

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