संदिग्ध परिस्थितियों में हुई जीशान हैदर की मौत के मामले में अल्पसंख्यक आयोग ने दिया माजीस्ट्रेट जांच का आदेश, 3 हफ्ते में तथ्यों के साथ रिपोर्ट मांगी।
देवबंद: विगत 5 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से हुई क्षेत्र के गांव थीतकी निवासी जीशान हैदर की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है, शिया धर्मगुरु और शिया समाज द्वारा इस मामले में कार्रवाई करने को लेकर कई कदम उठाए गए हैं अब इस प्रकरण में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं बल्कि 3 हफ्ते के अंदर इस पूरे मामले की रिपोर्ट भेजने का भी आदेश दिया गया है।
मृतक की पत्नी अफरोज ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में पुलिस पर पति की हत्या करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। जिसका संज्ञान लेते हुए आयोग के अवर सचिव राशिद सईद ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए एसडीएम स्तर की कमेटी बनाकर जांच कराए जाने को आदेशित किया है। साथ ही यह भी कहा है कि मामले में अब तक की गई कार्रवाई तथ्यों सहित 21 दिन के भीतर आयोग को भेजी जाए।
बता दें कि 5 सितंबर को गोकशी की सूचना पर पुलिस ने थीतकी गांव के जंगल में छापामारी की थी। इस दौरान सपा शासन में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे सैयद ईसा रजा के तहेरे भाई जीशान हैदर के पैर में गोली लगी थी और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पुलिस का कहना था कि भागते समय स्वयं के हाथ में लिए तमंचे से चली गोली जीशान के पैर में लगी और दहशत के चलते उसकी मौत हो गई। जबकि मृतक के पत्नी अफरोज का आरोप था कि पुलिस पति को घर से बुलाकर ले गई और सुबह उसकी मौत की खबर मिली। इस मामले में अफरोज ने तीन उपनिरीक्षकों सहित 13 पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया हुआ है।
पूरे मामले की सहारनपुर क्राइम ब्रांच तथा मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गी जांच कर रहे हैं। शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास भी इस मामले में मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच तथा दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांंग कर चुके हैं।
DT Network
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