मुख्य अतिथि आचार्य संत कंवरपाल ब्रह्मचारी जी महात्मा ने प्रवचन करते हैं शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि हमें अपना कार्य अपने कर्तव्य निष्ठा से करना चाहिए, गुरु रविदास जी महाराज के जीवन के कई प्रसंग सुनाकर बताया कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज धैर्य और सत्यता पर डटे रहे इससे अपने विपक्षीगणो को मात देकर शिरोमणि गुरु की उपाधि प्राप्त की । हमें अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहिए और अपने बच्चों को नशें से दूर रखना चाहिए तब हमारे बच्चों को जीवन सफल होगा। देशराज करणवल राज्यमंत्री ने कहा कि गुरु रविदास जी किसी विशेष वर्ग के नहीं, सर्वे समाज के सन्त थे, इसी लिए मीरा बाई उनकी शिष्या बनी। कहा जातिविहीन देश ही संसार का सबसे शक्तिशाली देश होता है। कार्यक्रम का संचालन सतेन्द्र गौतम एडवोकेट ने किया।
इस अवसर पर गुरु तुल्य तिथि गोवर्धन दास, राजकुमार दास ब्रह्मचारी, महात्मा राजकुमार, अमर दास, महेन्द्र दास,जितेंद्र दास जी महाराज उपस्थित रहे अन्य अतिथियों में चरण सिंह राजपाल सिंह करनवाल शाहिद गढ़वाल मुकाम सिंह सुभाष चंद्र, रामकरण बुद्धचर्य जी शिव कुमार सदस्य भारतीय खाद्य सलाहकार समिति सेवा चरण सिंह श्रीमती सुधा गांधी, अजय गांधी, राजकुमार जाटव, ओमवीर सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम संयोजक अभय सिंह डालियान,एसडी गौतम ने सभी का आभार व्यक्त किया।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
महताब आज़ाद।
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