(शिब्ली रामपुरी)
यूपी में सहारनपुर की सीट काफी अहम मानी जाती है और कई राजनीतिक पार्टियों और दिग्गज नेताओं ने अपना चुनावी आगाज यहीं से कर सियासी जमीन मजबूत करने का प्रयास किया है और अब इस कड़ी में असदुद्दीन ओवैसी की भी एंट्री होने जा रही है. 31 अक्टूबर को एमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी सहारनपुर में एक जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं. ओवैसी लगातार यूपी में एक के बाद एक जनसभाएं कर रहे हैं. वह इससे पूर्व प्रयागराज -मेरठ- मुजफ्फरनगर आदि जगहों पर जनसभा कर चुके हैं. सहारनपुर की हम बात करें तो यहां क़ाज़ी परिवार का काफी मजबूत असर वोटरों पर रहा है. विशेष तौर पर मुस्लिम वोटरों पर काजी परिवार का पकड़ हमेशा से रही.पहले काजी रशीद मसूद थे तब भी मुस्लिम वोटर्स काफी संख्या में उनके साथ थे और अब वह इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं तो उनके बाद उनके भतीजे और सहारनपुर के युवा नेता इमरान मसूद का इस समाज के लोगों पर काफी असर माना जाता है. इमरान मसूद फिलहाल कांग्रेस में है और आजकल वह अपने बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में भी बने हुए हैं. इमरान मसूद भले ही लोकसभा के दो चुनाव में शिकस्त खा चुके हैं लेकिन मुस्लिम वोटरों पर उनका प्रभाव किसी से छुपा नहीं है।
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जहां तक ओवैसी की बात है तो सहारनपुर में भी ओवैसी मुस्लिम वोटरों को लुभाने का हर संभव प्रयास करेंगे क्योंकि उनकी सियासत मुस्लिम मुद्दों पर ही केंद्रित रही है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि ओवैसी क़ाज़ी परिवार के वोटों में कितनी सेंधमारी कर पाते हैं. ओवैसी ने यूपी की सौ विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. सहारनपुर में कितने उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारेंगे अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी लेकिन फिलहाल असदुद्दीन ओवैसी सहारनपुर आ रहे हैं और यहां पर वह मुस्लिम वोटरों को साधने का हरसंभव प्रयास करेंगे. माना जा रहा है कि जनसभा में जुटी भीड़ को देखकर ही ओवैसी सहारनपुर की 7 विधानसभा सीटों में से कितनी सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे इसका फैसला करेंगे।
Posted By: Sameer Chaudhary

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